यूजीसी ने रिवाइज्ड गाइंडलाइंस जारी करने के बाद अब Standard Operating Procedure भी रिलीज़ की
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलेपमेंट के साथ मिलकर रिवाइज्ड गाइडलाइंस के बाद यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर एग्जाम्स के लिए एसओपी यानी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीज़र भी रिलीज़ कर दिया है. इस एसओपी में बताये गये निर्देशों के अनुसार ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. ये सावधानियां कोविड – 19 की वजह से ली जाएंगी ताकि स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य को कोई खतरा न हो.
आपकी जानकारी के लिए बता दें 6 जुलाई को यूजीसी की जारी गाइडलाइंस में यह फैसला हुआ था कि सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी की फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित करायी जाएंगी. परीक्षाएं आयोजित कराते समय सावधानी रखी जाएगी. ये परीक्षाएं 30 सितंबर 2020 से आरंभ होंगी और इनका प्रकार ऑनलाइन, ऑफलाइन या ब्लंडेड कुछ भी हो सकता है. यह परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था तय करेगी.
स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीज़र –:
1-नयी रिलीज़ एसओपी में कहा गया है कि स्टूडेंट्स को जो एडमिट या आइडेंटिटी कार्ड परीक्षा में बैठने के लिए इश्यू किए जाएंगे, वही उनके लिए पास का काम भी करेंगे.
2-राज्य सरकार लोकल अथॉरिटीज़ को ये निर्देश दें कि परीक्षा में शामिल हो रहे स्टूडेंट्स से लेकर परीक्षा संचालित करने के लिए जरूरी हर व्यक्ति जैसे (परीक्षक) तक को आवाजाही की परमीशन दी जाए साथ ही उन्हें इस बाबात पास भी इश्यू किए जाएं.
3-एग्जामिनेशन हॉल में हर जगह डिसइंफेक्टेंट छिड़का जाए जैसे दीवार, गेट, ज़मीन, दरवाजों आदि पर. सैनिटाइजर और लिक्विड शोप की बोतलें एंट्री गेट, एग्जाम रूम, स्टाफ रूम आदि सब जगह रखी होनी चाहिए.
4-स्टाफ के एंट्री प्वॉइंट पर थर्मल चेकिंग की व्यवस्था की जाए. स्टाफ वैरीफिकेशन हो जाने के बाद यह काम कर रहे लोगों को फ्रेश मास्क और गल्व्स दिये जाएं.
5-हर सेशन के बाद स्टूडेंट्स का सीटिंग एरिया ठीक से सैनिटाइज़ किया जाए. वॉशरूम्स भी साफ और डिसइंफेक्ट किए जाएं.
यही नहीं स्टाफ को एग्जाम एरिया में घुसने के पहले एक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म देना होगा जिसमें वे यह डिक्लेयर करेंगे कि उन्हें किसी प्रकार की कोई हेल्थ प्रॉब्लम नहीं है. अगर कोई इसके बावजूद अस्वस्थ पाया जाता है तो उसे तुरंत एग्जाम सेंटर छोड़ने के लिए कह दिया जाएगा.