राजस्थान में टला कांग्रेस का खतरा परन्तु उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को लगा एक बड़ा झटका
कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह को बड़ी राहत मिली है. कांग्रेस पार्टी ने अदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता खारिज करने की याचिका दी थी जिसे विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण सिंह ने खारिज कर दिया.
यही नहीं अदिति सिंह के अलावा राकेश सिंह को भी इस मामले में राहत मिल गई है. कांग्रेस ने अपने दो बागियों की सदस्यता रद्द करने को लिये विधानसभा अध्यक्ष के पास गुहार लगाई थी. इस फैसले से कांग्रेस के लिये बड़ा झटका माना जा रहा है.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सबूतों के अभाव में इस याचिका को खारिज कर दिया. सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस हाईकोर्ट का रुख कर सकती है. सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों की दलीलों की लंबी सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाया.
उन्होंने अदिति और राकेश को कांग्रेस सदस्य मानते हुए साक्ष्यों व सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के आधार पर दलबदल कानून के दायरे में नहीं आने की बात कही. इस निर्णय के बाद दोनों की विधायकी बनी रहेगी और सदन में कांग्रेस सदस्य के तौर पर मान्यता मिलेगी. दोनों बागी विधायक रायबरेली जिले से हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने बीते वर्ष 26 नवंबर 2019 को रायबरेली सदर की विधायक अदिति सिंह की सदस्यता रद्द करने की याचिका दायर की थी. उनका कहना था कि अदिति ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए गत दो अक्टूबर 2019 को विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लिया था. इसके अलावा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगातार लिप्त रही हैं.