मेरठ में साधु की हत्या के बाद मचा बवाल एसपी देहात अविनाश पांडे ने इस पर दिया बड़ा बयान
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक मंदिर के साधु की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजनों और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अर्थी को सड़क पर रखकर आज जमकर हंगामा किया.
विहिप कार्यकर्ताओं ने एक समुदाय विशेष के लोगों पर गंभीर आरोप लगाया. जिसके बाद मुआवजे और स्थानीय थाना पुलिस पर कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगाकर हंगामा किया. मामला मेरठ के थाना भावनपुर क्षेत्र का है. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, मेरठ के थाना भावनपुर क्षेत्र में एक मंदिर के सेवादार को अशोभनीय टिप्पणी के विरोध की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी. एक विशेष समुदाय के युवक ने मंदिर के सेवादार कांति प्रसाद पर धर्म को लेकर टिप्पणी की.
सेवादार ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी ने बुजुर्ग सेवादार की पिटाई कर दी. पिटाई के बाद बुजुर्ग खुद तहरीर लेकर थाने पहुंचा. पीड़ित का मेडिकल भी कराया गया. इसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
सेवादार की मौत के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई. आरोपी युवक पर पहले मारपीट और फिर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. वहीं कांति प्रसाद के परिजन भी स्थानीय थाना पुलिस पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर नाराज नजर आए.
बेटे आदेश ने कहा कि मेरे पिता की हत्या की गई है. ये लोग मेरे पिता को छेड़ते थे. कहते थे कि योगी के कपड़े पहनकर घूमते हो. भगवा गमछा पहनने पर मजाक उड़ाते थे. धमकी देते थे कि मंदिर बंद करवा देंगे. आए दिन लड़ाई करते थे. आदेश ने कहा कि मामले में 5 आरोपी हैं लेकिन एक को ही पकड़ा गया गया है. बाकी फरार हैं.
उधर, मामले में एसपी देहात अविनाश ने बताया कि बुजुर्ग के साथ मारपीट हुई थी, जिसकी शिकायत लेकर वह खुद थाने आए थे. उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.
इसके बाद वह अस्पताल इलाज के लिए गए, जहां उनकी मौत हो गई. इस संबंध में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या का धाराएं मुकदमे में बढ़ाई जा रही हैं. वहीं बुजुर्ग की मौत मामले में मुआवजे को लेकर जो मांग है, उस पर विचार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री राहत कोष से जो नियमानुसार कार्रवाई है, वह पूरी की जाएगी.