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यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोनभद्र न जाने देने के लिए यूपी सरकार पर बोला हमला

सोनभद्र के उम्भा कांड के एक साल पूरा होने पर जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने रोक लिया है. 3 लोगों के साथ सोनभद्र जा रहे अजय कुमार लल्लू को भारी पुलिस बल ने हिरासत में लिया है. उन्हें पुलिस सीतामढ़ी गेस्ट हाउस लेकर गई है.

गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मुझे लगता है कि जितनी पुलिस फोर्स मेरे लिए लगाई गई है, उतनी अगर अपराधियों को पकड़ने में लगाई जाती तो प्रदेश की जनता सुरक्षित महसूस करती.

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ये सरकार राजनीतिक लोगों को चुन-चुनकर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जेल भेज रही है. एक महीने मुझे भी जेल में रखा. उन्होंने कहा कि आज मैं उन आदिवासी भाई-बहनों को श्रद्धासुमन अर्पित करने जा रहा हूं, जो पिछले साल अपने हक की लड़ाई में शहीद हुए थे.

दमन की राजनीति में विश्वास करती है सरकार

ये सरकार हमें भी रोक रही है. निश्चित रूप से ये सरकार दमन की राजनीति पर विश्वास करती है. ये लोकतंत्र की हत्या कर रही है. लेकिन कांग्रेस पार्टी न डरने वाली है, न दबने वाली है. हम मजबूती के साथ आदिवासी भाई बहनों की आवाज उठाते रहेंगे और कानून व्यवस्था के सवाल पर इस सरकार को घेरते रहेंगे.

भारी फोर्स लगाकर किया गया गिरफ्तार

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले साल उम्भा में नरसंहार हुआ था, आदिवासी भाई बहनों ने अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष किया था और शहीद हुए थे.

हम शांति से 3 लोगों के साथ वहां जा रहे थे और श्रद्धासुमन अर्पित करना चाहते थे. सरकार डर क्यों रही है? मुझे यहां भारी फोर्स के साथ मुझे अरेस्ट किया गया है और कहा गया है कि आपको यहां से आगे नहीं जाने दिया जाएगा.

ये है पूरा मामला

बता दें पिछले साल 17 जुलाई को सोनभद्र में जमीन विवाद में नरसंहार हुआ था. तब दर्जन भर से ज्यादा अधिकारियों पर कार्रवाई हुई थी. डीएम और एसपी को हटा दिया गया था. नरसंहार में 10 लोग मारे गए थे.

उभ्भा मामले में प्रमुख सचिव राजस्व रेणुका कुमार की जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने तत्कालीन उपजिलाधिकारी घोरावल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए थे.

क्षेत्राधिकारी घोरावल के खिलाफ भी सरकार ने कठोर कदम उठाए और पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाने के लिए उन पर गुंडा एक्ट व आपराधिक वाद दर्ज करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे.

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