सत्तरघाट महासेतु अप्रोच रोड टूटने के मामले में तीन एफाआईआर
गंडक नदी में अब भी उफान है और इलाके में इसका कहर लगातार जारी है. वहीं, सत्तर घाट महासेतु का पहुंच पथ ध्वस्त होने के बाद भी वहां पानी के दबाव की वजह से रोड का हिस्सा टूटकर गंडक में गिर रहा है. बता दें कि बुधवार को जहां रोड टूटा था
वहां पहले महज 20 से 30 फीट का एरिया को ही नुकसान पहुंचा था, लेकिन यह एरिया अब बढ़कर 60 फीट से ज्यादा हो गया है. इस बीच मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तीन तीन एफआईआर दर्ज करवाए हैं. डीएम अरशद अजीज ने इस बात की जानकारी दी.
गुरुवार की रात डीएम और एसपी ने घ्वस्त रोड जायजा लिया. डीएम अरशद अजीज ने बताया कि बुधवार को कटाव के बाद जब अभियंताओं की टीम मरम्मत करने गयी थी तब भी ग्रामीणों के द्वारा कटाव निरोधी कार्य रोक दिया गया था
और काम को बाधित किया गया था. जबकि गुरुवार को अप्रोच रोड टूटने के बाद कुछ स्थानीय नेताओं के द्वारा लॉकडाउन के बावजूद यहां धरना और प्रदर्शन किया गया.
जिसको लेकर उनके आदेश पर बैकुंठपुर सीओ ने एक दर्जन से ज्यादा लोगो पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दिया है.
इसके अलावा वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कम्पनी के द्वारा भी एक प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया गया है. जबकि एक आवेदन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के
द्वारा भी काम में बाधा पहुंचाने को लेकर भीड़ पर प्राथमिकी दर्ज करने के निवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया गया है. इस तरह कुल तीन प्राथमिकी इस मामले में दर्ज कराई जा रही है.
दरअसल बैकुंठपुर में कोरोना के मामले बड़े पैमाने पर मामले मिले थे. चूंकि यहां पहले से लॉकडाउन है बावजूद इसके यहां रोड के डैमेज होने के बाद भी धरना, प्रदर्शन किया गया और भीड़ लगायी गयी. इसको लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिया गया है.
अभी तक प्राथमिकी के कितने लोगों का नाम और कितने लोगों को नामजद किया गया है इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है.
बता दें कि दो दिन पूर्व अत्यधिक पानी के बहाव होने से अप्रोच रोड ध्वस्त हो गया था. यह एरिया सत्तर घाट महासेतु से करीब 02 किलोमीटर पहले बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर गांव में पड़ता है.