जम्मू कश्मीर प्रशासन अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम में जुटी
इस साल की अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर जम्मू पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ ने मोर्चा संभाल लिया है. सुरक्षाबल इन दिनों जम्मू में यात्रा मार्ग
यात्रियों के ठहरने के स्थानों समेत बेस कैंप को खंगाल रहे हैं. इस साल की अमरनाथ यात्रा कब से शुरू होगी इसपर संशय बना हुआ है.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इस साल की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के मद्देनज़र इंतज़ाम युद्धस्तर पर कर रही है. जम्मू में अमरनाथ यात्रियों के बेस स्टेशन श्री अमरनाथ यात्री निवास समेत तमाम एंट्री
पॉइंट्स, वाहनों के रुकने की जगहों, कॉन्वॉय के तमाम रास्तों और यात्रियों के ठहरने के हर एक स्थान को इन दिनों जम्मू पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान खंगाल रहे हैं.
यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने में किसी तरह की चूक न हो इसके लिए सुरक्षा बल के जवानो के साथ साथ आधुनिक उपकरणों का भी सहारा लिया जा रहा है.
इसके साथ ही सुरक्षाबल जम्मू में हर उस स्थान की निगरानी कर रहे है जहां पर यात्रियों के रुकने की व्यवस्था की गयी है.
बता दें कि अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों के साजिश रचने के बारे में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली है.
थल सेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है.
टू सेक्टर के कमांडर, ब्रिगेडियर विवेक सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के एक हिस्से का उपयोग यात्री करेंगे, जो संदेनशनील बना रहेगा. यह हिस्सा थोड़ा संवेदनशील है.
यात्री सोनमर्ग (गंदेरबल) तक जाने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करेंगे और यह (बलटाल) एकमात्र मार्ग है जो अमरनाथ गुफा जाने के लिए चालू रहेगा.