कोरोना संकट :लखनऊ में एक और मौत अब तक हुई लगभग 46 मौतें
शहर में कोरोना संक्रमण का प्रकोप कायम है। शनिवार को आइजी पीएचक्यू नवीन सिकेरा की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटव आई है जिसके बाद उन्हें आनंदी वाटर पार्क के कोविड सेंटर में भर्ती किया गया।
वहीं शनिवार को मालवीय नगर निवासी एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं राजधानी में अब तक 46 मौतें हो चुकी हैं। शुक्रवार को बीजेपी विधायक समेत 151 लोग वायरस की चपेट में आ गए।
इस दौरान सरकारी अस्पताल फुल रहे। गंभीर मरीजों को इलाज के लिए घंटों घर पर इंतजार करना पड़ रहा है सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक उन्नाव जनपद के विधायक बंबा लाल में कोरोना की पुष्टि हुई है।
उन्हें पीजीआइ में भर्ती कराया गया है। वहीं परिवारजनों के सैंपल संग्रह किए गए हैं। इसके अलावा ओमेक्स सिटी में एक, वृंदावन में दो, विकासनगर में दो, इंदिरा नगर में नौ, गोमती नगर में 11, चौक में चार, कृष्णा नगर में दो, रकाबगंज में तीन, आइआइएम रोड के दो, कैंट के छह,
सीतापुर रोड के दो, मानक नगर के एक, अमौसी के एक, इटौंजा के दो, डालीगंज के एक, रायबरेली रोड के पांच, एलडीए कॉलोनी कानपुररोड के चार, लालपुर का एक, खुर्रम नगर का एक, तिरावा का एक, महानगर के चार, नील माथा का एक, अलीगंज में नौ, शारदा नगर में दो, बिजनौर में एक,
पेपर मिल में एक, अर्जुनगंज में एक, हजरतगंज में तीन, सरोजनी नायडू मार्ग का एक, फैजाबाद रोड का एक, सहादतगंज का एक, आलमबाग का तीन, तालकटोरा में तीन, ठाकुरगंज में दो, चिनहट में एक,
हसनगंज में दो, वजीरगंज में दो हुसैनगंज में एक, जानकीपुरम में छह, मड़ियांव में दो, राजाजीपुरम में चार लोगों में कोरोना पाया गया। इसके अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मरीज पाए गए हैं।
इस दौरान 839 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। वहीं 61 रोगियों ने बीमारी से जंग जीत ली। उन्हें घर भेज दिया गया। ऐसे में 62 क्षेत्रों को कंटेनमेन्ट जोन बनाया गया। वहीं 24 कंटेनमेन्ट जोन से हटाया गया।
राजधानी में गंभीर मरीजों के इलाज के लिए बने सरकारी कोविड अस्पताल फुल हो गए। पीजीआइ, केजीएमयू व लोहिया संस्थान में मॉडरेट व सीविर मरीजों को बेड नहीं मिल सके। इसके अलावा लोकबंधु, साढ़ामऊ अस्पताल के भी अधिकतर बेड फुल रहे।
ऐसे में रेलवे अस्पताल मरीज भेजे गए। दुबग्गा के निजी अस्पताल में वहीं गुरुवार को आए 308 मरीज व शुक्रवार को आए 150 मरीजों को भर्ती करने में स्वास्थ्य विभाग के पसीना छूट गया।
शुक्रवार को शाम छह बजे तक सवा सौ के करीब मरीज भर्ती कराए गए। वहीं 50 से अधिक मॉडरेट मरीज घरों में इलाज के अभाव में पड़े हैं। वहीं एसिमटेमेटिक मरीजों को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। इनमें अभी बेड पर्याप्त हैं।
केजीएमयू-लोहिया संस्थान में कोविड के बेड़ बढ़ेंगे। केजीएमयू में करीब 36 बेड बढ़ा दिए गए हैं। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंंह ने कहा कि जल्द ही कोविड अस्पताल में बेड़ बढ़कर 125 हो जाएंगे।
केजीएमयू में कोविड आइसीयू में भर्ती जानकीपुरम निवासी जगदीश का इलाज चल रहा है। बेटा राहुल का आरोप है कि पिता की हालत गंभीर है।
उनके इलाज में लापरवाही की जा रही है। यहां तक कि कई दिनों तक मरीज का डायपर तक नहीं बदला गया। इसका वीडियो भी सोशल साइट पर वायरल हुआ।