मऊ में घाघरा नदी खतरनाक स्तर पर टूटा कई गांवों का संपर्क
उत्तर प्रदेश के मऊ में घाघरा नदी की बाढ़ से कई गांवों पर आफत आ गई है. जानकारी के अनुसार यहां मधुबन तहसील के पाउस, लामी, ताहिरपुर, बीबीपुर आदि एक दर्जन गांव प्रभावित हैं.
यहां के किसान पूरी तरह से मायूस हो गये हैं. लहरें कटान करने को आतुर हैं, जिससे लोग दहशत में हैं.
3 दिन में जलस्तर में तेजी से इजाफा
घाघरा में एकाएक जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. घाघरा तीसरी बार लाल निशान को पार कर चुकी है. घनघोर बारिश के चलते और पहाड़ी नदियों के चलते घाघरा के जलस्तर में 3 दिन से तेज बढ़ोतरी हो रही है.
लोग अपने आवश्यक कार्यों को निपटाने के लिए पूरी तरह से प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई नावों पर निर्भर हो गए हैं. बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए प्रशासन द्वारा 28 नावें लगाई गई हैं. नाविकों को नाव के साथ तैयार रहने के लिए निर्देशित किया गया है.
प्रमुख संपर्क मार्गों पर आया पानी
आपको बता दें चक्की मूसाडोही गांव के साथ ही देवारा के सभी प्रमुख संपर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी आ गया है, जिससे ग्रामिण नाव के सहारे ही बाहर निकल पा रहे हैं. सबसे बड़ी दिक्कत पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने में ग्रामीणों को उठानी पड़ रही है.
प्रशासन ने किए नाव के इंतजाम
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि क्षेत्र के चक्कीमुसाडोही में 8, दुबारी में 10, धर्मपुर विशुनपुर में 4 व गजियापुर में 4 नावें लगाई गई हैं. सभी बाढ़ चौकियों पर
तैनात कर्मियों को जलस्तर और बाढ़ की समस्या पर सतर्क निगाह रखने के लिए निर्देशित किया गया है विषम परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है.