Gorakhpur Weather Updates गोरखपुर समेत पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में गुरुवार देर रात से बारिश हुई शुरू
पूर्वांचल के कई जिलों में गुरुवार की देर रात मौसम का मिजाज बदल गया और बारिश शुरू हो गई। शुक्रवार सुबह तक कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन किसानों के लिए यह पानी काफी नुकसानदेह साबित होगा। बरसात का यह पानी धान की फसल को नुकसान पहुंचा।
गोरखपुर में जमकर हुई बारिश
गोरखपुर में शुक्रवार की सुबह की शुरुआत भी कुछ ऐसे ही हुई। तड़के पांच बजे से ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई, जिससे उमस से परेशान लोगों को राहत मिली। सुबह 10 बजे तक मौसम विभाग के पैमाने पर 20 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकार्ड की जा चुकी थी। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक बारिश का यह सिलसिला रुक-रुक कर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी की ओर से पुरवा हवाएं लगातार नमी लेकर आ रही हैं। इसके अलावा अमृतसर से लेकर उत्तर प्रदेश होते हुए निम्न वायुदाब की एक पट्टी पूर्वोत्तर के पहाड़ों तक बनी हुई है, जिसका पूर्वी सिरा हिमालय की श्रेणियों तक अभी विस्तार लिए हुए है। इन वायुमंडलीय परिस्थितियों की वजह से आसमान में बादलों के छाए रहने और रह-रह बारिश होने का क्रम जारी है और ऐसा आगे भी चलते रहने का पूर्वानुमान है।
औसत से 30 फीसद अधिक हो चुकी है बारिश
इस वर्ष जुलाई में बारिश का आंकड़ा औसत आंकड़े से लगातार बढ़ता जा रहा है। इस महीने में अबतक कुल 511 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जबकि औसत बारिश का आंकड़ा 283.4 मिलीमीटर ही है। ऐसे में इस महीने में अबतक औसत से 30 फीसद से अधिक बारिश हो चुकी है।
28-30 के बीच बन रहा मध्यम से भारी बारिश का माहौल
मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अरब सागर से लगातार नमी पहुंच रही है। इसकी वजह से दो से तीन दिन में पहले वहां के ऊपरी वायुमंडल में चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र बनेगा और फिर निम्न वायुदाब की एक पट्टी तैयार होगी। इन वायुमंडलीय परिस्थितियों की वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश के करीब 70 फीसद हिस्से में 28 से 30 जुलाई के बीच मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है।
सिद्धार्थनगर में सुबह पांच बजे से लगातार बारिश हो रही है
सिद्धार्थनगर में सुबह पांच बजे से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के चलते नेशनल हाइवे पर भीमापार के निकट पानी चढ़ गया है। जमुआर नाले का पानी नौगढ़ सोहास मार्ग पर भी चढ़ गया है, जिससे आवागमन बाधित हो रही है। नदी और नालों के जलस्तर में भी वृद्धि है। घोघी, बूढ़ी राप्ती और कूड़ा नदी का जलस्तर लाल निशान से ऊपर है। बारिश के चलते शहर में स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय और सिंचाई विभाग में पानी लगा है। डाक बंगले में भी पानी लगा है। शहर से लेकर गांवों तक जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है। खेतों में पानी लगने से सब्जी की फसल भी बर्बाद हुई है।
महराजगंज में रात से ही झमाझम बारिश
गुरुवार की रात से ही महराजगंज में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। जिले से होकर बहने वाली रोहिन व राप्ती का जलस्तर भी बढ़ गया है। जिससे नदी तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं महराजगंज नगर सहित अन्य मोहल्लों में भी जलजमाव से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज बस डिपो , आबकारी विभाग, कोतवाली महराजगंज, सहित प्रमुख कार्यालयों मोहल्लों में जल जमाव की स्थिति है। मुख्य सड़क पर एनएच के किनारे बनने वाली नालियों का निर्माण कर अधूरा होने से भी मुख्य सड़क के किनारे दुकानों तक पानी पहुंच गया है। स्थानीय लोग किसी तरह से पटरा आदि लगाकर दुकानों तक पहुंच रहे हैं। नगर के साथ ही फरेंदा, सिसवा , नौतनवा , निचलौल आदि कस्बों में भी जल जमाव की स्थिति है । नालियां चोक होने से जगह-जगह जगह पानी लगा हुआ है।
बादल से घिरा आसमां, सुहाना हुआ मौसम
संत कबीरनगर के खलीलाबाद व धनघटा तहसील क्षेत्र में बादल से आसमां घिरा हुआ है। वहीं मेंहदावल तहसील क्षेत्र में गुरुवार की रात से बीच-बीच में हल्की-फुल्की बारिश हो रही है।
इससे धान की फसल को काफी फायदा हुआ है। कुछ दिनों से लगातार बीच-बीच में हो रही बारिश से किसानों नर्सरी डालने से लेकर धान की रोपाई करने के बाद सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। मौसम की मेहरबानी से किसान काफी खुश हैं। इस बार अच्छी पैदावार की संभावना जता रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी पीसी विश्वकर्मा ने कहा कि बीच-बीच में हो रही बारिश से धान की फसल को काफी फायदा हो रहा है।
बस्ती में हल्की बारिश
बस्ती में आसमान में काली घटाए उमड़ घुमड़ रही ही। मौसम काफी सुहाना हो गया है। जनपद के रुधौली,भानपुर सहित कुछ अन्य क्षेत्रो में रिमझिम फुहारे पड़े है। दूसरी तरफ सरयू नदी लगातार बढ़ रही है। नदी किनारे बसे गांवों के लोग बाढ़ को लेकर काफी डरे हुए हैं।