बड़ी खबर : अमेरिका के टेक्सास के तट पर पहुंचा तूफान हैना चल रही तेज हवाएं
कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों से जूझ रहे अमेरिकी राज्य टेक्सास में शनिवार को खाड़ी तट पर हैना तूफान के पहुंचने से भारी बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं.
इस तूफान के और विकराल रूप धारण करने के कारण बवंडर उठने की आशंका है. 2020 अटलांकिट तूफानी सत्र का पहला तूफान शनिवार को एक घंटे से भी कम समय में श्रेणी एक के तूफान के रूप में दो बार आया.
सबसे पहले तूफान कॉर्पस क्रिस्टी से दक्षिण में करीब 130 मील दूर पोर्ट मैन्सफील्ड के उत्तर में करीब 15 मील पर शाम करीब पांच बजे आया.
इसके बाद यह पोर्ट मैन्सफील्ड के उत्तर-पश्चिमोत्तर में करीब 15 मील दूर पूर्वी केनेडी काउंटी में शाम करीब सवा छह बजे आया.
वहीं, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने तूफान से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. ब्राउन्सविल में राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम वैज्ञानिक क्रिस बिर्चफील्ड ने कहा कि निवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
हालांकि शनिवार रात तक हैना तूफान के कमजोर होने की उम्मीद है, लेकिन तूफान के कारण भारी बारिश की आशंका है. उन्होंने कहा कि इस तूफान से भीषण बाढ़ की भी आशंका है.
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हैना के कारण रविवार रात भर में 15 से 30 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है. वहीं कुछ स्थानों पर 46 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है.
इसके अलावा समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने की आशंका है जिससे मौजूदा स्थितियां बिगड़ सकती हैं.
दक्षिण टेक्सास में कुछ स्थानों पर 23 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. बारिश के रविवार तक जारी रहने की संभावना है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट किया
कि उनका प्रशासन डगलस तूफान के साथ ही हैना तूफान पर भी नजर रख रहा है. डगलस तूफान प्रशांत महासागर में हवाई की ओर बढ़ रहा है.
गवर्नर ग्रेग एबॉट ने शनिवार को बताया कि तूफान के कारण सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए कुछ लोगों को होटलों में रखा जाएगा ताकि लोगों को अलग-अलग रखा जा सके.
उन्होंने कहा हम नहीं चाहते कि यह तूफान कोविड-19 संक्रमण को और तेजी से फैलाने का कारण बनकर और भीषण साबित हो.
टेक्सास हालिया सप्ताहों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की समस्या से पहले ही जूझ रहा है. यह अमेरिका के सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से है.
टेक्सास में अभी तक 3 लाख 93 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं, जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.