गोरखपुर के अपहरण के बाद हुई हत्या के मामले को लेकर प्रियंका गांधी का योगी सरकार पर हमला
पिपराइच थाना क्षेत्र जंगल छत्रधारी गांव में किशोर की अपहरण के बाद हुई हत्या के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा करने का दावा किया है.
वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस ने समय से कार्रवाई की होती तो उनका बच्चा जिंदा होता. प्रदेश भर में पिछले कुछ समय से हो रही सिलसिलेवार आपराधिक घटनाओं को लेकर
विपक्ष भी लगातार योगी सरकार पर हमलावर है. गोरखपुर की घटना हो या कानपुर या फिर कासगंज हर मामले में पीड़ित परिजनों का आरोप यूपी पुलिस के ढुलमुल रवैये पर रहा.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर सीधा निशाना साधते हुए पूछा है, ‘क्या यूपी के मुखिया ने खबरें देखना छोड़ दिया है? क्या गृह विभाग में बैठे लोगों के सामने ये खबरें नहीं जातीं?
यूपी में हर दिन गुंडाराज के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. सीएम के गृह क्षेत्र में अपहरण की घटना घटी है. कासगंज में हत्याकांड. लेकिन, दिखावे के लिए कुछ ट्रांसफर के अलावा और कुछ होता ही नहीं है. जंगलराज बढ़ता जा रहा है.
आपको बता दें कि गत रविवार को जंगल छत्रधारी गांव के एक 14 साल के किशोर का अपहरण कर उसके परिजनों से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गयी थी.
परिजनों का आरोप है पुलिस उनकी गुहार नहीं सुनी और शिकायत को तवज्जो नहीं दिया. लेकिन, जब मामला मीडिया में आया तब जाकर पुलिस की सक्रियता बढ़ी और सोमवार देर शाम पुलिस ने बच्चे का शव बरामद करते हुए
इस मामले के खुलासे का दावा किया और बताया कि पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन लोगों ने किशोर की हत्या कर शव को बोरे में भरकर नहर में फेंका था.