देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर गुरुवार को राहत भरी खबर आई है. देश में अब तक इस जानलेवा महामारी से ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा गुरुवार को बढ़कर 10 लाख के पार पहुंच गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. हालांकि अभी भी खतरा बरकरार है. देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भी दिनोंदिन बढ़ रहे हैं. कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर भी बढ़कर 64.51 प्रतिशत हो गई है.
बुधवार रात तक देश में कोरोना वायरस के कुल 15,82,730 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 10,19,297 लोग इस जानलेवा महामारी को मात दे चुके हैं.
देश में अब तक कोरोना वायरस से 33,236 लोगों की मौत भी हो चुकी है. देश में अब कोरोना वायरस के 5,28,459 सक्रिय मामले हैं.
वहीं केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की समन्वित जांच, नजर रखने, उपचार करने की समन्वित नीति से इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर में भी लगातार कमी आ रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत में कोविड-19 मृत्यु दर (सीएफआर) वैश्विक सीएफआर के मुकाबले कम है. सीएफआर 19 जून के 3.3 प्रतिशत के मुकाबले बुधवार को घटकर 2.23 प्रतिशत रह गई जो एक अप्रैल के बाद से सबसे कम है.
इसमें कहा गया है कि न सिर्फ सीएफआर नीचे रहा बल्कि प्रभावी कंटेनमेंट रणनीति, आक्रामक जांच और मानकीकृत नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकाल की वजह से छह दिनों से लगातार 30 हजार से ज्यादा कोविड-19 मरीज ठीक हो रहे हैं.
वहीं आईसीएमआर के अनुसार देश में 29 जुलाई तक कोरोना वायरस की जांच के लिए कुल 1,81,90,383 सैंपल की टेस्टिंग की जा चुकी है. 29 जुलाई को ही अकेले 4,46,642 सैंपल जांचे गए हैं.
देश में अब 1316 प्रयोगशालाओं के माध्यम से कोविड-19 जांच को अंजाम दिया जा रहा है. इनमें से 906 सरकारी क्षेत्र की हैं और 410 निजी क्षेत्र से हैं.