अयोध्या सीमा पर वाहनों की चेकिंग हुई शुरू ,हाई अलर्ट जारी
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन कार्यक्रम पर आतंकी साया मंडरा रहा है. गृह मंत्रालय ने अयोध्या में आतंकी इनपुट का हाई अलर्ट जारी किया है. इसके बाद अयोध्या धाम की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है.
अयोध्या के प्रवेश द्वार पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं. हर गाड़ी की चेकिंग के बाद ही अंदर एंट्री दी जा रही है. साथ ही 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे को लेकर भी जिला प्रशासन अलर्ट मोड है.
ऐसे में गृह मंत्रालय द्वारा आतंकी इनपुट का अलर्ट जारी होने के बाद अयोध्या में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. अब अयोध्या के सभी एंट्री पॉइंट पर सघन चेकिंग की जा रही है.
राम मंदिर का भूमि पूजन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में अभेद सुरक्षा घेरे में रहेंगे. इसके लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा डिजिटल सिक्योरिटी प्लान तैयार कर चुका है.
सुरक्षा एजेंसियों और एसपीजी से सामंजस्य बनाते हुए जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को लेकर खाका तैयार कर लिया है. पीएम सुरक्षा को लेकर 7 जोन बनाए गए हैं. इसमें हनुमानगढ़ी और सरयू तट जोन भी शामिल है.
माना जा रहा है कि पीएम मोदी हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन भी कर सकते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए पुराने सरयू पुल पर यातायात को अयोध्या जिला प्रशासन बंद कर सकता है.
अयोध्या मुख्य मार्ग से राम जन्मभूमि की तरफ जाने वाले सभी रास्ते सील किए जाएंगे. जालपा मंदिर चौराहा से नया घाट तक का सुपर सेफ्टी जोन होगा.
हालांकि इस मार्ग पर साकेत महाविद्यालय से आयोजन स्थल तक करीब 1 किलोमीटर सफर ही पीएम तय करेंगे. इस मार्ग पर कई बैरियर अभी से ही सक्रिय हो गए हैं.
पीएम मोदी के आने से 2 दिन पहले ही यहां पाबंदियां और कड़ी कर दी जाएगी. 5 अगस्त की सुरक्षा के कारण इस मार्ग पर सामान यातायात भी बंद कर दिया जाएगा.
डीएसपी सिटी अरविंद चौरसिया के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के प्रोटोकॉल को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं.
दरअसल, साकेत महाविद्यालय के ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर लैंड होगा. इसके साथ ही उनकी सुरक्षा में लगे एयर फोर्स के तीन हेलीकॉप्टर की लैंड करेंगे.
उसके बाद सड़क मार्ग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि परिसर रवाना होंगे. प्रधानमंत्री की सुरक्षा और ऐसे में गृह मंत्रालय द्वारा आतंकी इनपुट एलर्ट जारी करना जिला प्रशासन के लिए चुनौती साबित होगा.
सुरक्षा एजेंसियां, खुफिया एजेंसी और एसपीजी प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन से संपर्क में है.