Rafale Fighter Jet फ्रांस से राफेल को से भारतीय राजदूत जावेद अशरफ ने किया रवाना, पढ़े पूरी खबर
Rafale Fighter Jet भारतीय वायु सेना ( Indian Air Force) के बेड़े में फ्रांस निर्मित बहुचर्चित राफेल फाइटर जेट बुधवार को शामिल हुए। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद पांच राफेल लड़ाकू विमानों बुधवार को भारतीय वायु सेना के अंबाला बेस स्टेशन पर लैंडिग की। यह क्षण पूर देश के लिए गाैरवान्वित और हर्षित करने वाला रहा। धनबाद और धनबाद के सिंदरी के लिए तो खास रहा। सिंदरी के लोगों ने राफेल लड़ाकू विमान के साथ भावनात्मक लगाव महसूस किया। बीआइटी सिंदरी में जश्न मनाया गया।
दरअसल, सोमवार को फ्रांस से पांच राफेल विमानों के उड़ान भरने से पहले भारतीय पायलटों से बातचीत करते और उन्हें बधाई देते राजदूत जावेद अशरफ दिखाई दिए तो उन्होंने देशवासियों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। इसके बाद धनबाद और सिंदरी ने जावेद अशरफ के पुराने दिनों को याद किया। अशरफ की स्कूली शिक्षा धनबाद में ही हुई है। बीआइटी सिंदरी के पूर्व प्रोफेसर सुलेमान अशरफ के पुत्र सह फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने राफेल को भारत भेजा। प्रो. अशरफ गणित विभाग में प्राध्यापक थे। वर्ष 1994 में रिटायर हो गए थे। वे मूल रूप से बिहार के आरा जिला के कुल्हरिया के रहनेवाले थे। बीआइटी सिंदरी के निदेशक डॉ. डीके सिंह ने बताया कि संस्थान के लिए यह गर्व की बात है। इससे संस्थान में हर्ष का माहौल है। जावेद ने स्कूली शिक्षा डिनोबली डिगवाडीह से पूरी की थी। वे 1991 में भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी बने थे। फरवरी 2020 में फ्रांस के राजदूत बने। 2007 से 2010 तक वाशिंगटन डीसी में राजनीतिक मामलों के काउंसलर रहे। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल और उसके बाद भी पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे।
सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जावेद अशरफ के कारण यहां के लोगों का राफेल फाइटर जेट से भावनात्मक रिश्ता जुड़ गया है। हम सब के लिए यह गाैरव और हर्ष का विषय है कि सिंदरी का बेटा फ्रांस में भारत का राजदूत है। उसने देश की सुरक्षा के लिए राफेल को फ्रांस से भारत भेजा। महतो ने भारतीय वायु सेना में राफेल फाइटर जेट को शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह मोदी से दृढ़ इच्छाशक्ति और राष्ट्र की दिन-रात चिंता करने वाले नेतृत्व के कारण ही संभव हो सका है।