पीलीभीत जिला जेल के अधीक्षक ने राखिों को लेकर संदेश किया प्रसारित
फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है. पूरे देश में राफेल को लेकर चर्चा है. सभी इसे लेकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
इस बीच उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के जिला जेल के अधीक्षक की पहल पर यहां राफेल राखियां तैयार की जा रही हैं. लोगों की राफेल के प्रति भावनाओं को देखते हुए पीलीभीत के जेल अधीक्षक अपने कैदियों से राफेल राखी तैयार कर मार्केट में उतार रहे हैं.
पीलीभीत की जेल एक बार फिर सुर्खियों में आने के लिए तैयार हो चुकी है क्योंकि जेल में बंद कैदी कोरोना काल में रक्षाबंधन के पवित्र त्यौहार पर काम आने वाली राखियां बना रहे हैं.
बाहर से आने वाले माल पर तमाम परेशानियों के चलते इन दिनों पीलीभीत की लोकल मार्केट में पीलीभीत जेल की बनी राखियां ही धूम मचा रही हैं.
रक्षाबंधन के त्यौहार पर पीलीभीत जेल द्वारा बनाई गई राखियां ही लोगों के मन को भा रही हैं. चीन से तनाव के बीच एक तरफ जनता जहां लोकल को वोकल बनाने का मन बना चुकी है, वहीं जेल की इन राखियों की कम कीमत भी ग्राहकों को लुभा रही हैं.
पीलीभीत जेल में तैयार की जानें वाली राखी एकता का प्रतीक भी है. इसे जेल में हिन्दू-मुस्लिम दोनों मिलकर बना रहे हैं. कुल मिलाकर 14 लोग इस काम में लगे हैं, जिसमें 2 महिला कैदी भी हैं.
पीलीभीत जेल में बनाई जाने वाली राफेल राखी स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा बाजार में उतारी गई है. यहां देव स्टेश्नर्स के मालिक रवि शर्मा का कहना है
कि ज्यादातर जेल में बनी राफेल राखी की डिमांड है. बच्चों से लेकर जवान तक यही राखी पसंद कर रहे हैं. इस राखी की कीमत सिर्फ 20 रुपया रखी गई है.
पीलीभीत जेल अधीक्षक अनूप शास्त्री जेल में कुछ नया करने की कोशिश करते रहते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने कैदियों से राफेल नाम की राखी बनवाकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं और पीलीभीत जेल को आदर्श जेल बनानें में लगे हुए हैं.