निर्माणाधीन तीन मंजिला इमारत गिरने से हुई मौत :नोएडा
सेक्टर 24 कोतवाली एरिया के सेक्टर 11 के एफ़ ब्लॉक में एक निर्माणाधीन तीन मंजिला इमारत गिर जाने से एक महिला और प्लंबिंग का काम कर रहे चार लोग मलबे में दब गए.
सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल के साथ डीसीपी नोएडा और फायर बिग्रेड की टीम पहुंच गई. मलबे में से निकाले गए चार लोगों को अस्पताल भेजा गया था, जिसमें से दो की मौत हो गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घटना का संज्ञान लेने से अधिकारियों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनकी देख-रेख में मलबे में फंसे लोगों को निकाला गया. जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट को हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.
पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया यह हादसा नोएडा सेक्टर-11 के एफ ब्लॉक में हुआ है. इमारत के पिछले हिस्से में सोलर पैनल बनाने वाली फैक्ट्री चलती है.
निर्माण अगले हिस्से में चल रहा था, जो कि ढ़ह गया. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, जब इमारत ढही तो उस वक्त 5 लोग इमारत में थे. इसमें एक निर्माणाधीन इमारत के मालिक की पत्नी और चार मजदूर थे.
महिला दूसरी तरफ थी लेकिन फंस जरूर गई थी. मरने वालों की पहचान ठेकेदार जैनेंद्र और मजदूर गोपी के रूप में हुई है. दोनों कानपुर देहात के निवासी और रिश्तेदार भी थे. घायलों में लोनी निवासी सागर और बागपत छपरौली निवासी राहुल हैं.
इस इमारत का निर्माण राष्ट्रीय मनुवादी पार्टी के अध्यक्ष आरके भारद्वाज करवा रहे थे, जिनकी शक्ति टेक्नोफेब प्रोडक्ट के नाम से इलेक्टि्कल पैनल बनाने की फैक्ट्री है. निर्माण कार्य के दौरान ही फैक्ट्री में पैनल बनाने का काम भी किया जा रहा था.
कोविड-19 के चलते शुक्रवार को आधे से भी कम कर्मचारी काम पर थे. शाम पांच बजे की शिफ्ट समाप्त कर वह घर चले गए. शाम करीब सात बजे इमारत का एक हिस्सा गिर गया. उस समय इमारत में 5 लोग मौजूद थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घटना का संज्ञान लेने से आनन-फानन में जिलाधिकारी सुहास एलवाई, सिटी मजिस्ट्रेट उमाशंकर सिंह, अपर पुलिस आयुक्त श्रीपर्णा गांगुली,
डीसीपी संकल्प शर्मा सहित पुलिस प्रशासन व नोएडा प्राधिकरण के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए. जिलाधिकारी ने हादसे के कारणों की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट और नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम बनाई है.
जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी शासन को दी है. नोएडा सेक्टर-30 के जिला अस्पताल घायलों को देखने के लिए नोएडा के पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी खुद अस्पताल पहुंचे.