कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हनुमान गढ़ी मंदिर को किया गया सैनिटाइज
राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की शुभ घड़ी बेहद समीप आ गई है. बुधवार यानी 5 अगस्त वह ऐतिहासिक दिन है जब करोड़ों राम भक्तों का सपना पूरा होने जा रहा है.
अयोध्या के लिए बुधवार की सुबह अलौकिक है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साढ़े 12 बजे के करीब मंदिर के गर्भगृह में चांदी की ईंट रखकर मंदिर निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे.
इससे पहले वो हनुमानगढ़ी में बजरंगबली आशीर्वाद लेंगे. जिसके चलते पीएम के आने से पहले हनुमानगढ़ी में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए उसके बचाव हेतु सैनिटाईजेशन का कार्य किया गया.
पीएम मोदी के मिनट टू मिनट कार्यक्रम के अनुसार वह सुबह साढ़े 11 बजे साकेत महाविद्यालय के ग्राउंड पर हैलीकॉप्टर से उतरेंगे और सीधे हनुमानगढ़ी दर्शन करने जाएंगे. यहां वे बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे.
वहीं जानकारी के अनुसार पीएम मोदी उसी परिसर में दुर्लभ परिजात का पौधरोपण भी करेंगे. वहीं करीब 500 साल के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या सज-संवर कर तैयार है.
पीले रंग में रंगी अयोध्या अद्भुत और निराली नजर आ रही है. राम नगरी में आस्था का सूर्योदय हो चुका है. बस अब सभी को प्रधानमंत्री के आने का इंतजार है, जब वे राम मंदिर की पहली ईंट रखेंगे.
राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम में कुल 175 आमंत्रित अतिथि ही शामिल होंगे. इनमें 135 विशिष्ट साधु-संतों के अलावा अन्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. ये सभी अतिथि अयोध्या पहुंच चुके हैं.
राय ने बताया कि आमंत्रण पत्र ही प्रवेश पास है. इस पर सुरक्षा के लिए बार कोड लगाया गया है, जो एक बार ही उपयोग में आएगा. ऐसे में यदि कोई बाहर निकला तो दोबारा प्रवेश नहीं कर पाएगा. आमंत्रित अतिथि कार्यक्रम में मोबाइल-कैमरा आदि नहीं ले जा सकेंगे.
चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर संघ प्रमुख मोहन राव भागवत, ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे.