राजधानी में पिछले दो दिन में 1118 लोगों में हुई वायरस की पुष्टि, दो दिन में नौ की मौत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। राजधानी में पिछले दो दिन में 1118 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई, जबकि नौ की मौत हो चुकी है। मृतकों के परिवारजन भी संक्रमण की जद में आ चुके हैं। परिवहन आयुक्त कार्यालय के दो और आरटीओ के चार लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। जिसके बाद ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय बुधवार के लिए बंद कर दिया गया है। सेनिटाइजेशन का काम जारी है।
शिक्षाविद जगदीश गांधी भी कोरोनावायरस की जद में आ गए हैं। उन्हें बुखार की शिकायत थी।इसके बाद वायरस की जांच में पॉजिटिव पाये जाने पर संजय गांधी पीजीआइ में उन्हें भर्ती कराया गया है।अपट्रॉन के अधिशासी अभियंता में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है। इसके बाद बिजली घर 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया।
छह परिवहन कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में, आरटीओ बंद
परिवहन आयुक्त कार्यालय के दो और आरटीओ के चार कर्मी कोरोना पॉजीटिव मिलने के बाद ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय बुधवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं टिहरी कोठी स्थित परिवहन मुख्यालय में मंगलवार को कामकाज नहीं हुआ और कार्यालय बंद रहा। दिनभर सैनिटाइजेशन का काम चलता रहा।
आरटीओ कार्यालय में सभी कर्मचारियों की जांच कराई गई। आई रिपोर्ट में कुल छह कर्मी पॉजीटिव मिले हैं। परिवहन आयुक्त कार्यालय के डीएल सेक्शन में डिस्पैच का काम देख रहे एक निजी कर्मचारी और कार्यालय का एक कर्मी कोरोना पॉजीटिव पाया गया। रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद कार्यालय को आज बंद कर दिया गया। सैनिटाइजेशन का काम चलता रहा। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में दोपहर कमर्शियल वाहनों का काम देख रहे परिवहन कर्मी के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर आरटीओ कार्यालय को मंगलवार दोपहर बाद बंद कर दिया गया। शाम आई रिपोर्ट में संख्या बढ़कर कुल चार हो गई। कार्यालय को सैनिटाइज कराया गया। डीएल बनाए जाने से लेकर वाहनों से जुड़े सभी कामकाज रोक दिए गए। आए लोगों को वापस कर दिया गया। सारथी भवन और आरटीओ कार्यालय को बंद करा दिया गया। आरटीओ रामफेर द्विवेदी के मुताबिक आरटीओ कार्यालय बुधवार को बंद रहेगा और सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जाएगा। देवा रोड स्थित एआरटीओ कार्यालय और फिटनेस सेंटर बुधवार को खुलेगा।
क्वीन मेरी में दो रेजिडेंट डॉक्टर व सिविल में दो भर्ती मरीज निकले पॉजिटिव
क्वीन मेरी हॉस्पिटल में दो रेजिडेंट डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई है। माना जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज करते हुए दोनों डॉक्टर कोरोना का शिकार हुए। इनमें से एक डॉक्टर को होम क्वारंटाइन किया गया जबकि दूसरी को विभाग के गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है।
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक बीते सप्ताह हॉस्पिटल के रेड जोन एरिया में दोनों डॉक्टरों ने ड्यूटी की थी जिसके बाद रविवार को उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
वहीं, सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती 25 मरीजों की जांच हुई जिसमें मंगलवार को दो मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वार्ड को सैनिटाइज कराया गया। अस्पताल में 100 आरटीपीसीआर व छह ट्रूनेट जांच सहित अस्पताल के करीब 16 वार्डब्वॉय की जांच हुईं। इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल में ट्रूनेट, एंटीजन व आरटीपीसीआर से करीब 70 जांचें हुईं।