वैश्विक स्तर पर कोरोना के संक्रमितों की संख्या हुई 1.90 करोड़, सक्रिय मामलों की तुलना में दोगुने स्वस्थ
दुनिया में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वैश्विक स्तर पर कोरोना के संक्रमितों की संख्या 1.90 करोड़ तक पहुंच चुकी है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 7 लाख के पार पहुंच चुका है। ऐसे में दुनिया के सामने इस महामारी की चिंता बढ़ती जा रही है। वल्र्डोमीटर्स के अनुसार, भारत में 28 जुलाई को ही 50 हजार से कम मामले सामने आए थे। हालांकि इसके बाद रोजाना 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
अच्छी बात यह है कि सक्रिय मामले घट रहे हैं और ठीक होने वाले लोगों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या में दोगुनी से अधिक हो चुकी है। देश के करीब 50 फीसद मामले सिर्फ चार राज्यों से हैं। आइए जानते हैं कि वैश्विक महामारी दुनिया में किस ओर करवट ले रही हैं और इसके बीच भारत की क्या है स्थिति है?
चार राज्यों में पचास फीसद मामले: देश में सर्वाधिक संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 4.68 लाख से अधिक हो चुकी है। अकेले महाराष्ट्र की बात करें तो यहां संक्रमितों की कुल संख्या देश की कुल संख्या का करीब एक चौथाई है। इसके बाद यदि हम सर्वाधिक संक्रमित राज्यों की बात करें तो तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक आते हैं। यदि इन चारों राज्यों के कुल संक्रमितों के आंकड़े देखें तो देश के करीब 50 फीसद मामले यहीं हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आंकड़ों को इसमें शामिल करें तो 6 राज्यों का यह आंकड़ा 67 फीसद पहुंच जाता है।
वल्र्डोमीटर्स के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 28 जुलाई के बाद से रोजाना लगातार 50 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इस तरह दो दिनों में संक्रमितों के एक लाख नए मामले सामने आ रहे हैं। यह चिंताजनक है। वहीं 27 जुलाई के बाद दैनिक मौतों की संख्या 700 से कम नहीं रही है। कोरोना से भारत में होने वाली करीब 40 फीसद मौतें अकेले महाराष्ट्र में हुई हैं। वहीं सर्वाधिक संक्रमण के मामलों वाले छह राज्यों में 77 फीसद मौतें हुई हैं।
बढ़ रही रिकवरी, घट रहे सक्रिय मामले: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सबसे अच्छी बात ठीक होने वाले लोगों की संख्या का लगातार बढ़ना है। देश में ठीक होने वाले करीब 50 फीसद मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से ही आते हैं। दिल्ली जैसे राज्य में सक्रिय मामले अब करीब 10 हजार ही बचे हैं। दूसरी ओर, वैश्विक स्तर पर प्रति दस लाख लोगों पर 90 लोगों की मौत हुई है, जबकि भारत में यह संख्या 29 है। कोरोना से प्रभावित दुनिया के शीर्ष दस देशों में यह सबसे कम है। बड़ी जनसंख्या और आबादी घनत्व को देखते हुए यह आंकड़े उम्मीद जगाते हैं।
अमेरिका, ब्राजील में नहीं थम रहा प्रकोप: दुनिया में संक्रमण के सर्वाधिक मामले अमेरिका और ब्राजील में हैं। इसके बाद भारत का नंबर आता है। अमेरिका में संक्रमितों की संख्या 50 लाख के आंकड़े के पास पहुंच रही है, वहीं ब्राजील में 28 लोग प्रभावित हुए हैं। अमेरिका में सक्रिय और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बराबर है, वहीं ब्राजील में महामारी का प्रकोप कुछ कम जरूर हुआ है। यहां पर 7.44 लाख सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या 20 लाख के पार पहुंच चुकी है। हालांकि अमेरिका में रोजाना करीब 50 हजार के करीब मामले सामने आ रहे हैं। प्रति दस लाख लोगों पर मौतें भी यहां 450 से अधिक है।