लेबनान में हुए विनाशकारी धमाके के उपरांत सरकार के विरोध में लोग उतरे सड़कों पर….
लेबनान के बेरुत में हुए विनाशकारी धमाके के उपरांत सरकार के विरोध में लोग सड़कों पर उतर गए हैं. शनिवार को यहां सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के मध्य हुई हिंसक झड़प में अब तक 490 लोगों को चोट आई है. इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं का हवाला देते हुए, लेबनान के अल-मनार चैनल ने इस बारे में सूचना जारी कर दी गई. जिसके पहले लेबनीज रेड क्रॉस ने घायलों का आंकड़ा 238 कहा जा रहा है लेकिन अब ये आंकड़ा बढ़कर 490 तक पहुंच गया है.
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को लेबनान के बेरुत पोर्ट में हुए विस्फोट के लिए लोग प्रशासन पर उंगलियां उठाई जा रही है, जंहा इस बारे में उनका कहना है कि प्रशासन की लापरवाही वजह से ये कांड हुआ था. अब देश में सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया, जिसमें प्रदर्शनकारी प्रशासन को बेरुत पोर्ट हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और सरकार के इस्तीफे और सामाजिक सुधार की अपील कर रहे है.
इस बीच प्रदर्शनकारियों ने चार मंत्रालयों और एसोसिएशन ऑफ बैंक की बिल्डिंग पर हमला कर दिया. इन झड़पों में लेबनानी सुरक्षा बलों के एक सदस्य की जान चली गई. वहीं इस बात का पता चला है कि बीते 6 सालों में तकरीबन 10 बार बेरुत पोर्ट पर विस्फोटक केमिकल को लेकर चेताया जा चुका था. लेबनान के कस्टम, मिलिट्री, सिक्योरिटी एजेंसियों व ज्यूडिशरी ने कई बार पोर्ट पर रखे विस्फोटकों के लिए चेतावनी जारी की थी. यह जानकारी सामने आए कुछ दस्तावेजों से दी गई थी.