सुदीक्षा की मौत छेड़खानी से नहीं हुई : बुलंदशहर DM
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज की स्टूडेंट सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में जिला प्रशासन का बड़ा बयान सामने आया है.
बुलंदशहर के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए बताया कि सुदीक्षा भाटी की मौत के संबंध में कुछ लोगों के द्वारा भ्रांतियां फैलाई जा रही थी कि उसकी मौत छेड़खानी से हुए है.
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि वो अपने चाचा के साथ बाइक पर नहीं जा रही थी, सुदीक्षा अपने छोटे भाई जो नाबालिग हैं, उसके साथ बाइक पर बैठकर अपने मामा के घर जा रही थी.
डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि ट्रैफिक के पास इनकी बाइक सामने से आ रही एक बाइक से टकरा गई. जिससे सुदीक्षा अपनी बाइक से नीचे गिर गई.
गिरने से उनको चोटें आई. सूचना मिलने पर मौके पर पीआरवी वैन के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और सीएचसी औरंगाबाद में भर्ती कराया.
वहीं इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बुलंदशहर के जिलाधिकारी ने कहा कि नाबालिग भाई ने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था. उन्होंने बताया कि चाचा के द्वारा बाइक चलाने की बात गलत है. इस घटना में जिला प्रशासन ने हर संभव मदद की.
अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि एक रोड एक्सीडेंट हुआ है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि सुभीक्षा नाम की लड़की जो अपने भाई के साथ मामा के घर जा रही थी, रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया.
जब मौजूद लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि सामने से एक मोटरसाइकिल जा रही थी. उसने अचानक ब्रेक मारा और सुभीक्षा की बाइक जाकर उनकी बुलेट से टकरा गई.
इससे जमीन पर गिरने से लड़की की मौत हो गई. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि उस समय भाई ने या कसी ने छेड़छाड़ की बात नहीं बताई थी.
बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुदीक्षा भाटी ने अपनी मेहनत के बलबूते अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से भारी-भरकम स्कॉलरशिप (लगभग 4 करोड़) हासिल की थी. सुदीक्षा ने 5वीं तक की पढ़ाई डेरी स्टनर गांव के प्राइमरी स्कूल से की थी.
पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल सुदीक्षा का चयन साल 2011 में विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में कक्षा 6 के लिए हुआ. डेरी स्कनर गांव के रहने वाले चाय विक्रेता जितेंद्र भाटी की बेटी सुदीक्षा भाटी ने एचसीएल फाउंडेशन के स्कूल विद्या ज्ञान से आगे की पढ़ाई की.
2018 की सीबीएसई बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में सुदीक्षा ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए. फिर सुदीक्षा को अमेरिका के बॉबसन कॉलेज से आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिली.