दिल्ली के पुलिस थाना बारा हिंदू राव पुलिस थाने में तैनात एक ASI की हुई मौत
दिल्ली के बारा हिंदू राव पुलिस थाने में तैनात एक एएसआइ की बुधवार को मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार, आगामी स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर एएसआई जाकिर हुसैन राम बाग रोड पर स्थित गुप्ता बिल्डिंग में किरायेदारों का सत्यापन करने गए थे। इस दौरान करीब सुबह 10.20 मिनट पर उन्होंने देखा कि बिल्डिंग के तीसरे तल पर अवैध निर्माण चल रहा है। तभी अचानक तीसरी मंजिल का एक हिस्सा गिर गया। इसकी चपेट में जाकिर हुसैन आ गए। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल पर भर्ती करवाया गया है जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि इमारत के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज मामला दर्ज किया है। बता दें कि जाकिर हुसैन(50 वर्ष) राम घाट वजीराबाद में रहते थे। वह मूल रूप से मेरठ के रहने वाले थे। वह 1993 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं।
रेहड़ी वापस नहीं करने पर की थी युवक की हत्या, चार दबोचे
वहीं, तुगलकाबाद किले में युवक के शव मिलने के मामले में गोविंदपुरी थाना पुलिस ने चार आरोपितों को सोमवार रात गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान भगीरथ, कौशल, गौतम और रामजी के रूप में हुई है। जांच में पता चला है कि रेहड़ी वापस नहीं करने पर इन लोगों ने युवक की हत्या कर दी थी।पुलिस के मुताबिक छह अगस्त को तुगलकाबाद किले के जंगल में बोरे में एक युवक का शव मिला था। शव की पहचान गोविंदपुरी थाना क्षेत्र निवासी झींका (33) के रूप में हुई थी। गोविंदपुरी थाने के एसएचओ सीपी भारद्वाज की टीम ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो शव के पास से एक डंडा मिला। इसे एक ओर पेंसिल की तरह छीला गया था।
जांच में पुलिस को पता चला कि डंडे को इस तरह से सफाईकर्मी छीला करते हैं। इस पर पुलिस ने सफाई कर्मियों से पूछताछ शुरू की। करीब 60 लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस आरोपित तक पहुंच गई। पूछताछ में चारों आरोपितों ने बताया कि तीन-चार अगस्त की रात झींका ने रामजी से एक रेहड़ी ली थी। इसके बाद शराब के नशे में उसने रेहड़ी किसी को दे दी थी। रेहड़ी लौटाने को लेकर रामजी का झींका के साथ विवाद हो गया। इसके बाद उसने साथियों के साथ मिलकर डंडे से पीटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में भरकर तुगलकाबाद जंगल में बने कुएं में फेंकने जा रहे थे। लेकिन रास्ते में लोगों को देखकर वह तुगलकाबाद किले के जंगल में ही शव को फेंक कर भाग गए। इस बीच डंडा वहीं छूट गया।