देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश के हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचाने के मकसद से प्रदेश में ‘पढ़ई तुंहर पारा’ यानि की पढ़ाई आपके मोहल्ले तक योजना प्रारंभ करेगी.
आपको बता दें कि आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ध्वजारोहण किया.
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की जनता को अपना सन्देश भी दिया. मुख्यमंत्री ने जनता को दिए अपने सन्देश में कहा कि लॉक डाउन के कारण प्रभावित हुई शिक्षा को निरंतर जारी रखने के लिए हमने ऑनलाइन शिक्षा योजना ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ का प्रारंभ किया था.
इस ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ योजना का लाभ आज प्रदेश के 22 लाख बच्चों को मिल रहा है तथा 2 लाख शिक्षक-शिक्षिकाएं इस व्यवस्था से जुड़े हुए हैं.
इसी सन्देश में उन्होंनें आगे कहा कि इस ‘पढ़ई तुंहर दुआर’ योजना’ को आगे बढ़ाते हुए अब हम गावों में समुदाय की मदद से बच्चों को पढ़ाने के लिए ‘पढ़ई तुंहर पारा’ योजना शुरू कर रहे हैं.
यह योजना विशेष कर इंटरनेट के अभाव वाले अंचलों के लिए प्रारंभ की जा रही है. इसके लिए ब्लूटूथ आधारित व्यवस्था ‘बूल्टू के बोल’ का उपयोग किया जाएगा.