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कार और बाइकों के शौकीन MS धौनी ने बस चलाकर भारतीय टीम को पहुंचाया था होटल, पढ़े पूरी खबर

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धौनी को क्रिकेट के मैदान पर ककड़ी के समान कूल जाना जाता था। खेल के दौरान कितनी भी तनावपूर्ण स्थिति हो, धौनी हमेशा शांत रहते थे। यही वजह थी कि वे कैप्टन कूल कहलाए गए। कार और बाइकों के शौकीन धौनी बस भी चला सकते हैं, ये बात साल 2008 में भारतीय खिलाड़ियों को उस समय पता लगी थी, जब धौनी खुद बस चलाकर खिलाड़ियों को स्टेडियम से होटल तक लेकर गए थे।
अक्सर मैदान पर लोगों का दिल जीतने वाले महेंद्र सिंह धौनी मैदान के बाहर भी अपने फैंस को अच्छी यादें दे जाया करते थे। हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले धौनी के बारे में ऐसा ही एक खुलासा अब हुआ है। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने खुलासा किया है कि धौनी मैदान के बाहर भी कूल रहा करते थे। वीवीएस ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर बात करते हुए कहा है कि जब 2006 में फैसलाबाद में धौनी ने पहला टेस्ट शतक जड़ा था तो ड्रेसिंग रूम में आकर उन्होंने मजाक में कहा था कि वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहे हैं। वीवीएस ने बताया, “मुझे आज भी याद है कि जह वह अपना पहला टेस्ट शतक 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में लगाकर ड्रेसिंग रूम में लौटे और जोर से कहा मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहा हूं। एमएस धौनी ने कहा था- मैं हंड्रेड मारा टेस्ट क्रिकेट में, बस यार। मैं टेस्ट क्रिकेट से ज्यादा कुछ नहीं चाहता! हम यह सुनकर काफी हैरान रह गए, लेकिन एमएस धौनी हमेशा से ऐसे थे।” वीवीएस ने आगे बताया कि कैसे धौनी नागपुर में होटल तक बस चलाकर ले गए थे। पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने बताया, “वह भारतीय टीम के कप्तान थे, क्योंकि अनिल कुंबले ने दिल्ली टेस्ट मैच में दो मैच पहले ही 2008 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। और एमएस धौनी ने मैच के बाद ड्राइवर से पीछे बैठने के लिए बोला और कहा वे होटल तक बस चलाकर ले जाएंगे। हम सभी हैरान थे, लेकिन भारतीय टीम के कप्तान ने बस चलाई और हमें होटल पहुंचाया। इस तरह वह अपने जीवन का आनंद लेते थे। एक क्रिकेटर के तौर पर वह क्रिकेट के मैदान पर रहते थे, लेकिन मैदान के बाहर वह सामान्य से इंसान थे।”

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