LIVE TVMain Slideउत्तर प्रदेशट्रेंडिगदेश

आजमगढ़ : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने किया सर्किट हाउस में धरना प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जिले के तरवां थाना क्षेत्र के बांसगांव के दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या पर राजनीति शुरू हो गई है.

सत्यमेव के परिजनों से मिलने के लिए गुरूवार की सुबह जैसे ही कांग्रेसियों के प्रतिनिधिमंडल ने सर्किट हाउस से तरवां के लिए रवाना होने की कोशिश की. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे हैं. पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

इसके बाद कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई. पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. मौके पर पीएसी के जवान तैनात कर दिये गए हैं.

अपर पुलिस अधीक्षक सहित आलाधिकारी स्थिति को संभालने में जुटे हैं. वहीं ऊर्जा मंत्री महाराष्ट्र नितिन रावत को आजमगढ़ पहुंचने से पहले ही बरदह थाना क्षेत्र के जिवली में हिरासत में लेने की चर्चा है लेकिन कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष आलोक पासवान बुधवार की रात ही आजमगढ़ सर्किट हाउस पहुंच गए थे.

चूंकि कांग्रेस नेताओं का कार्यक्रय पहले से तय था इसलिए रात में ही प्रशासन ने सारी तैयारी पूरी कर ली थी. सुबह होते ही सर्किट हाउस से लेकर आजमगढ़, लखनऊ हाइवे तक पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था.

मौके पर पीएसी के जवान भी तैनात कर दिये गए थे. एसपी सिटी पंकज पांडेय, एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ सुबह से ही मौके पर कमान संभाले हुए थे. गुरूवार सुबह करीब 10.15 बजे कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल तरवां के बांसगांव जाने के लिए सर्किट हाउस से बाहर निकला तो मुख्य गेट में ताला बंद मिला.

इसके बाद कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू किया और गेट फांदकर बाहर आने की कोशिश की लेकिन पहले से तैयार पुलिस सभी नेताओं को सर्किट हाउस के भीतर उठा ले गई.

पुलिस की भारी संख्या के कारण कांग्रेसियों का प्रतिरोध काम नहीं आया. वहीं दूसरी तरफ बड़े नेताओं के हिरासत में लिए जाने के बाद बाहर मौजूद नेता जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. इस दौरान सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.

कांग्रेसी पांच लोगों को मृत प्रधान के घर भेजने की जिद पर अड़े हुए हैं. वहीं प्रशासन कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें आगे जाने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं है. बातचीत का दौर चल रहा है.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष को भी सर्किट हाउस के भीतर बुला लिया गया है. एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह नेताओं से बातचीत कर रहे हैं. कोई भी निर्णय लेने से पहले कांग्रेसी महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन रावत के आने का इंतजार कर रहे हैं

जबकि पुलिस ने नितिन रावत को पूर्वांह्न करीब 11.30 बजे बरदह थाना क्षेत्र के जिवली बाजार में हिरासत में लिए जाने की चर्चा है. हालांकि कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. कांग्रेस के कुछ नेता जिवली और देवगांव के कंजहित के लिए जरूर निकल गए हैं.

Related Articles

Back to top button