पार्टी में बढ़ती अनुशासनहीनता को लेकर भाजपा ने अपना लिया सख्त रुख…
पार्टी में बढ़ती अनुशासनहीनता को लेकर भाजपा ने अब सख्त रुख अपना लिया है। पिछले कुछ समय के दौरान सामने आए इस तरह के मामलों में प्रदेश नेतृत्व ने चार विधायकों को देहरादून तलब किया है। इनमें पार्टी से निष्कासित किए जा चुके कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के अलावा देशराज कर्णवाल, पूरण सिंह फर्त्याल और महेश नेगी शामिल हैं। इन चारों विधायकों को 24 अगस्त को प्रदेश मुख्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है।
देहरादून में शुक्रवार को भाजपा की एक उच्च स्तरीय बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को भाजपा अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। हालांकि, निष्कासन के बाद चैंपियन किसी तरह के विवाद में नहीं पड़े। समझा जा रहा है कि उनकी भाजपा में वापसी हो सकती है। विधायक देशराज कर्णवाल को गत 28 जुलाई को अनुशासनहीन आचरण के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसका जवाब वह दे चुके हैं।
विधायक पूरण सिंह फर्त्याल अपने विधानसभा क्षेत्र में एक पुल के निर्माण को लेकर असंतोष जाहिर करने के कारण हाल में चर्चा में रहे। महेश नेगी पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। विधायक की पत्नी ने इस महिला के खिलाफ पांच करोड़ रुपये की मांग को लेकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
विधायकों से जुड़े इन प्रकरणों के कारण सरकार और संगठन दोनों को असहज होना पड़ा। साथ ही विपक्ष को सरकार और पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने का मौका मिल रहा है। इस सबको देखते हुए भाजपा अब सख्ती के मूड में है। सूत्रों के अनुसार पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि ऐसे प्रकरणों पर अब विराम लगना चाहिए।
इस मौके पर रविवार को होने वाली पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के लिए एजेंडा भी तय किया गया। एजेंडे में नई कोर कमेटी के गठन पर मुहर, मोर्चा व प्रकोष्ठों के गठन को चुनाव समिति, कोष समिति, केंद्र व राज्य सरकारों की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रभावी रणनीति, नगर निकायों में प्रतिनिधियों के मनोनयन समेत अन्य विषय शामिल किए गए हैं।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार व राजेंद्र भंडारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी बैठक में पहुंचे, लेकिन राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन व प्रदेश प्रभारी समेत अन्य नेताओं से मुलाकात कर कुछ देर बाद चले गए। उधर, देर रात संपर्क करने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कोर कमेटी की बैठक के लिए एजेंडा तय होने और चार विधायकों को तलब किए जाने के निर्णय की पुष्टि की।