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1 सितंबर को एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में नवाज शरीफ की याचिका को सुनने के लिए हुआ तैयार इस्लामाबाद HC

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की 1 सितंबर को एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले के खिलाफ अपील सुनने के लिए तैयार हो गया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ की बेटी मरयम और दामाद कैप्टन (retd) मुहम्मद सफदर की भी अपील पर अदालत सुनवाई करेगी। आईएचसी 19 सितंबर, 2018 को अपील की अंतिम सुनवाई के बाद लगभग दो साल के अंतराल के बाद इस मामले में सुनवाई करने जा रहा है। अदालत के रजिस्ट्रार द्वारा जारी सूची के अनुसार, न्यायमूर्ति अमीर फारूक और न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कयानी की विशेष पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी।

पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने एवेनफील्ड मामले में शरीफ, मरियम और सफदर को मिली 10 साल, सात साल और एक साल की जेल की सजा को निलंबित कर दिया था। बाद में, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा था, जिसने निलंबन को चुनौती दी थी।

अदालत 1 सितंबर को अल-अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में अपनी सजा के खिलाफ दायर नवाज की अपील पर सुनवाई करने के लिए भी तैयार है। एनएबी की अपील – सात साल से 14 साल तक के मामले में शरीफ की सजा बढ़ाने की मांग और एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, फ्लैगशिप निवेश के संदर्भ में पूर्व प्रधानमंत्री के बरी होने को चुनौती देते हुए सुनवाई के लिए भी तय किया गया है।

न्यायमूर्ति फारूक और न्यायमूर्ति कयानी की पीठ ने 18 सितंबर को अल-अजीजिया मामले की सुनवाई की उम्मीद जताई है। वहीं, आपको बता दें कि 22 अगस्त को संघीय सूचना मंत्री शिबली फराज ने कहा कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार, शरीफ को ब्रिटेन से वापस लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया का इस्तेमाल करेगी।

उधर, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भगोड़ा करार देते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार शहजाद अकबर ने दावा किया कि शरीफ चार हफ्ते की जमानत के बीतने के बावजूद ब्रिटेन से अब तक वापस नहीं लौटे हैं। इसलिए पाकिस्तान सरकार ने ब्रिटेन से शरीफ का प्रत्यर्पण करने की मांग की है। बता दें कि नवाज शरीफ लंदन अपना इलाज कराने गए थे। जबकि पाकिस्तान सरकार ने उन्हें अपने यहां जेल में नजरबंद कर रखा था। इमरान के सलाहकार शहजाद अकबर ने दावा किया है कि इलाज कराने के लिए लंदन गए नवाज शरीफ की पाकिस्तान लौटने की मियाद पिछले साल दिसंबर में ही खत्म हो गई थी। इसलिए पाकिस्तान सरकार ने शरीफ के पाकिस्तान प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन की सरकार से अपील की है।

अकबर ने शनिवार को लाहौर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि नवाज शरीफ का लंदन की सड़कों पर घूमना पाकिस्तान सरकार और अदालत के मुंह पर तमाचा है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई कोई निजी फैसला नहीं है। हम केवल कानून का पालन कर रहे हैं। पाकिस्तान सरकार अब देश के जवाबदेही महकमे को आगे की कार्रवाई के लिए आगाह करने के साथ ही नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ पर भी कानूनी कार्रवाई करेगी जिन पर उन्हें इलाज के बाद समय से वापस लाने का जिम्मा सौंपा गया था।

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