मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई योजनाओं का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को संजय गांधी जैविक उद्यान में नवनिर्मित विभिन्न इंक्लोजरों का उद्घाटन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संजय गांधी जैविक उद्यान पटना में मुफ्त वाई-फाई सेवा का भी लोकार्पण किया. उद्घाटन होने वाले इंक्लोजरों में नवनिर्मित घड़ियाल इंक्लोजरों, नवनिर्मित दो सिंग वाले गैंडे के इंक्लोजर, नवनिर्मित गैंडा संरक्षण और प्रजनन केंद्र और नवनिर्मित हाइना इंक्लोजर शामिल है.
केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के सहयोग से 96.62 लाख रुपये की लागत से निर्मित अत्याधुनिक घड़ियाल इंक्लोजर में 12 घड़ियाल को रखा गया है. इस इंक्लोजर में विजिटर गैलरी का निर्माण किया गया है ताकि घड़ियाल को नजदीक से शीशे के माध्यम से देखा जा सके. इसके अलावा दो सींग वाले गैंडे के इस अत्याधुनिक इंक्लोजर का निर्माण 100.7 लाख रुपये की लागत से किया गया है.
यहां वियतनाम से दो सींग वाले गैंडे को अदला-बदली स्कीम के तहत लाया गया है. इस इंक्लोजर में राइनों को पास से देखने की सुविधा है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल के दौरान वायुयान सेवा बाधित होने के कारण वियतनाम से डबल हार्न राइनों को नहीं लाया जा सका है, लेकिन सभी तैयारी पूरी है. वर्तमान में रानी गैंडा और युवराज (शिशु) को इस इंक्लोजर में रखा गया है.
गैंडा संरक्षण और प्रजनन केन्द्र अपनी तरह का भारत में पहला केन्द्र है, जिसे केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के सहयोग से 538.74 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है.
गैंडा संरक्षण केन्द्र 3.5 एकड़ भूमि में फैला है और इसके 6 नाईट हाउस हैं. इसमें लगभग 25 गैंडों को एक साथ रखा जा सकता है. इस केन्द्र में अभी एक नर और एक मादा को छोड़ा गया है, जो प्राकृतिक वातावरण में काफी अच्छे से रह रहे हैं.
वहीं, रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमृत योजना के तहत कंकड़बाग टेम्पु स्टैंड के पास नवनिर्मित पार्क का लोकार्पण उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पार्क परिसर में वृक्षारोपण भी किया. बता दें कि अमृत योजना के तहत कंकड़बाग के जोगीपुर संप हाउस से अशोक नगर तक के भूखंड को पार्क के रूप में विकसित किया गया है.
जोगीपुर संप हाउस से अशोक नगर टेम्पु स्टैण्ड पार्क को विकसित करने के लिए 4.72 करोड़ रुपये की लागत की योजना स्वीकृत है. प्रथम फेज में लगभग 425 मीटर लंबाई और 30 मीटर चैड़ाई के भाग का विकास किया गया है, जिस पर 2.40 करोड़ रुपये खर्च की गई है. इस पार्क के एक भाग को पूर्ण रूप से विकसित कर दिया गया है.
पार्क के दूसरे भाग को जल्द ही विकसित किया जायेगा. इस पार्क में चहारदीवारी का निर्माण, फूलों की क्यारी का निर्माण, पाथ-वे का निर्माण, पौधारोपण, स्टोर रूम निर्माण, ओपेन जिम की स्थापना, बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, बैठने के लिए बेंच निर्माण, वाटर फाउंटेन, शौचालय की सुविधा, पेयजल की व्यवस्था और प्रकाश की व्यवस्था शामिल है.