गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से 13 फर्मों ने दिखाई रुचि
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ने वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक गलियारा स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की ओर से गलियारे के तहत धुरियापार के विकास की योजना तैयार की जा रही है। यहां करीब 5500 एकड़ जमीन के विकास के लिए प्रोफेशनल फर्मों से मास्टर प्लान आमंत्रित किया गया है। शुरुआती 10 दिनों में ही 13 फर्मों में रुचि दिखाते हुए आवेदन कर दिया है। अभी करीब 20 दिन बचे हैं, जिससे और अधिक आवेदन आने की संभावना जताई जा रही है। गीडा सीईओ ने प्री बिड (टेंडर से पहले) की बैठक कर प्राधिकरण की जरूरतों से सभी फर्मों को अवगत करा दिया है।
औद्योगिक गलियारे के तहत 5500 एकड़ जमीन के विकास को मांगा गया है मास्टर प्लान
धुरियापार का विकास गीडा की तर्ज पर किया जा रहा है। वहां 18 गांवों की करीब 5500 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए चिन्हित की गई ही। यहां भी सेक्टरवार विकास करने की योजना है। धुरियापार के विकास की जिम्मेदारी गीडा को ही दी गई है। आने वाले समय की जरूरतों को देखते हुए प्रोफेशनल फर्मों से आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन करने वालों में कुछ मल्टीनेशनल फर्म भी हैं। निर्धारित तिथि के बाद फर्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। सबसे बेहतर प्रस्ताव देने वाली फर्म को मास्टर प्लान तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
सेक्टर 11 के विकास के लिए आयीं थीं तीन फर्में
गीडा के सेक्टर 11 की 200 एकड़ जमीन को विकसित किया जाना है। इसके लिए भी प्रोफेशनल फर्मों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। शुरू में फर्मों के रुचि न दिखाने पर अंतिम तिथि बढ़ानी पड़ी थी। जिसके बाद शिकागो की दो फर्मों सहित तीन ने प्रस्ताव दिया था। लेकिन, धुरियापार के विकास का खाका तैयार करने को लेकर फर्मों ने शुरू से ही रुचि दिखानी शुरू कर दी है।
हो चुकी है प्री बिड बैठक
गीडा के सीईओ संजीव रंजन ने कहा कि धुरियापार के विकास के लिए प्रोफेशनल फर्मों से मास्टर प्लान आमंत्रित किया गया है। अभी तक 13 फर्मों ने आवेदन किया है। उनके साथ प्री बिड बैठक भी हो चुकी है। अभी और आवेदन आने की उम्मीद है।