सर सुंदरलाल अस्पताल से लापता कोरोना मरीज की मिली लाश परिवार ने किडनी निकालने का लगाया आरोप
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी सेंटर में बने कोविड-19 वार्ड से दो बड़ी खबरें आईं. एक तरफ जहां 21 वर्ष के कोविड मरीज ने चौथे मंजिल से कूद कर आत्महत्या की तो वहीं दो दिन से लापता कोविड मरीज की अस्पताल परिसर से ही लाश मिली.
घटना के बाद से परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. बीएचयू अस्पताल प्रशासन पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. परिजनों ने किडनी निकालने का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.
मामला दो दिन पहले का है जब 12 अगस्त को एडमिट हुआ वाराणसी के डाफी निवासी युवक कोविड वार्ड से 22 तारीख को लापता हो गया. घटना के बाद जहां परिजन अपने मरीज को तलाशते रहे, वहीं बीएचयू पीआरओ ने मेमो के माध्यम से लंका थाने में सूचना दी कि एक मरीज असप्ताल से गायब है. लापता मरीज 12 अगस्त को एक दुर्घटना के बाद ट्रामा सेंटर में एडमिट हुआ था.
बाद में उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद युवक को 15 अगस्त को बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर यानी कोविड वार्ड में एडमिट किया गया, लेकिन पिछले दो दिनों से मरीज लापता था. परिजनों ने असप्ताल के चिकित्सकों से लेकर कर्मचारियों तक से इस बाबत पूछताछ की, लेकिन पता न चलने के बाद परिजनों ने वाराणसी के लंका थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई.
दो दिन बाद सोमवार को लापता युवक का शव बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर परिसर के सीवर ड्रेनेज सिस्टम के पास शव मिला. लापता मरीज के शव मिलने के बाद उनके परिजन अस्पताल परिसर में पहुंचकर जमकर हंगामा काटा. परिजनों का आरोप था कि चिकित्सकों ने घोर लापरवाही की है.
लापता होने के बाद युवक का शव अस्पताल परिसर के अंदर से ही मिलना संदेह के दायरे में है. परिजनों की मांग है कि इस मामले में जांच होनी चाहिए और बीएचयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट का तत्काल निलंबन होना चाहिए.
इसके साथ ही परिवार के लोगों का दावा है कि उसके शरीर के किडनी वाले हिस्से में चोट का निशान है. परिवार का आरोप है कि उसके मरीज की हत्या हुई है और उसकी किडनी को निकाला गया है. हालांकि, इस घटना के बाद बैकफुट पर आया बीएचयू का सर सुंदरलाल असप्ताल का कोई अभी अधिकारी या वाराणसी जिला प्रशासन ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है.