ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में हुए कार्यक्रम को किया संबोधित
मध्य प्रदेश के ग्वालियर कलेक्टर और एसपी के खिलाफ वहां के अलग-अलग 4 पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज कराने के लिए शिकायत की गई है. ये शिकायतें कांग्रेस की तरफ से की गई हैं.
आरोप है कि कोरोना संक्रमण को लेकर तमाम गाइडलाइन के बावजूद भी ग्वालियर में सदस्यता अभियान को लेकर बीजेपी ने कार्यक्रम किया और इस कार्यक्रम को पुलिस और प्रशासन की सहायता मिली. बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले अपना घर देखना चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस के ग्वालियर-चम्बल संभाग के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कांग्रेस नेताओं और वरिष्ठ अभिभाषकों के साथ जाकर थाना पड़ाव में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र सिंह को ग्वालियर के कलेक्टर और एसपी के खिलाफ चार थाना क्षेत्रों में एफआईआर दर्ज किये जाने के लिए अलग-अलग आवेदन देकर उनसे पावती भी हासिल की.
मिश्रा ने बताया कि इन दोनों ही अधिकारियों ने कोविड-19 को लेकर भारत सरकार के गृहमंत्रालय की 31 अगस्त 2020 तक जारी की गई गाइडलाइन और हर रविवार को होने वाले लाॅकडाउन का उल्लंघन कर राजनीतिक दबाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्रसिंह से कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि भारत सरकार की कोविड़-19 और अनलाॅक-3.0 को 31 अगस्त तक के लिये घोषित और कलेक्टर ग्वालियर के आदेश चार अगस्त के अंतर्गत धारा-144 के बिंदु क्रमांक 6 में उल्लेखित है कि सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, एकेडमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्यक्रम एवं अन्य बड़े सम्मेलन प्रतिबंधित रहेंगे.
इसके बावजूद इन नियमों को सख्ती से पालन करवाने वाले जिला और पुलिस प्रशासन के मुखियाओं ने ही इन आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाकर भाजपा के तीन दिवसीय सदस्यता अभियान को होने दिया. उन्होंने बताया कि गृहमंत्रालय की गाइड लाइन 31 अगस्त 2020 तक जारी है, लेकिन कलेक्टर ग्वालियर ने जारी अपने आदेश में उक्त अवधि को कम कर 14 अगस्त, 2020 तक कर दिया. ताकि 22-24 अगस्त में भाजपा का तीन दिवसीय आयोजन हो सके.
शिवराज सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि ग्वालियर में सदस्यता अभियान चुनाव के चलते चलाया जा रहा है. यह कार्यक्रम इसलिए रखा गया क्योंकि कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में आए हैं और उनके समर्थक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. ऐसे में इस कार्यक्रम का करना जरूरी था.
किसी नियम और गाइडलाइन को नहीं तोड़ा गया. बीजेपी सोशल डिस्टेंस लेकर कोविड-19 नाम गाइडलाइन का पालन कर रही है. कांग्रेस का काम सिर्फ आरोप लगाना है. उसने अपने कार्यकाल में कोई विकास का काम नहीं किया. उसके पास कोई काम नहीं है. अब वह सिर्फ आरोप लगा सकती है. कांग्रेस पहले अपने अंदर चले कलह को दूर करें फिर बीजेपी पर आरोप लगाए.