LIVE TVMain Slideदेशबिहारस्वास्थ्य

बिहार : गोपालगंज सदर अस्पताल में लापरवाही से नवजात की मौत पर भड़का परिजनों का गुस्सा की तोड़फोड़

बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल में चार दिन के नवजात की मौत से गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया है.

परिजनों ने महिला वार्ड और लेबर वार्ड में जमकर तोड़फोड़ की. परिजनों का हंगामा तब और बढ़ गया जब मौके पर पहुंची पुलिस ने दोषी कर्मियों से पूछताछ करने बजाये परिजनों की पिटाई कर दी. पिटाई से नाराज परिजनों ने दोबारा हंगामा शुरू कर दिया. मामला कुचायकोट के हेमबरदाहा से आई महिला प्रसूता से जुड़ा हुआ है.

मिली जानकारी अनुसार कुचायकोट के हेमबरदाहा निवासी गुड्डू कुमार की पत्नी सविता देवी को 20 अगस्त को सदर अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती कराया गया. महिला को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने नार्मल डिलीवरी के लिए ढाई हजार रुपये की मांग की.

Anger of family members after the death of newborn due to negligence of hospital management, fiercely sabotage ann

पीड़िता के भाई उपेन्द्र कुमार के मुताबिक जब नर्स को पैसे दे दिए गए तब उनकी बहन को नार्मल डिलिवरी कराया गया. लेकिन डिलीवरी के दौरान नवजात बच्चे का कई जगह हाथ में फ्रैक्चर आ गया था. इस लापरवाही की शिकायत सिविल सर्जन से लेकर स्थानीय विधायक और हर जगह की गयी. लेकिन शिकायत के बावजूद नवजात बच्चे का इलाज सही ढंग से नहीं किया गया और न ही दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी.

ऐसे में नवजात बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल के महिला वार्ड, लेबर वार्ड में मौजूद टेबल, कुर्सी, खिड़की और दरवाजे के शीशे तोड़ दिए. टेबल उलट दिए और कागजात को भी बिखेर दिए. परिजनों ने खुद तोड़फोड़ की बात स्वीकार की है.

महिला वार्ड प्रभारी नर्स रीता देवी के मुताबिक परिजनों ने उसके साथ मारपीट नहीं की लेकिन ऑफिस और अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए सभी सरकारी कागज बिखेर दिए है. अब बड़ा सवाल है की आखिर परिजनों के शिकायत के बावजूद सीएस या अस्पताल प्रबंधन ने समय पर एक्शन क्यों नहीं लिया.

Related Articles

Back to top button