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दिल्ली के कई इलाकों में हुई झमाझम बारिश मिली गर्मी से राहत

देश की राजधानी दिल्‍ली के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है. राष्‍ट्रीय राजधानी से लगते इलाकों में भी कई जगहों पर बारिश हो रही है. इससे तापमान में गिरावट आने के आसार हैं. मौसम विभाग ने आने वाले समय में भी दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है.

लगातार बारिश होने से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है और मौसम सुहावना बना हुआ है. हालांकि, जलभराव से कई इलाकों में जाम की समस्‍या सामने आई है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार से शुक्रवार तक राष्ट्रीय राजधानी में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था. उसने बारिश की वजह से निचले क्षेत्रों में पानी भरने और यातायात बाधित होने की चेतावनी दी है. दिल्ली में अगस्त में अभी तक 213.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

Mansoon will reach soon in Delhi and others state, heavy rain is possible  in many States | दिल्ली में होगी झमाझम बारिश, इन राज्यों में बारिश की वजह  से गर्मी से मिली

अगस्त में बारिश के सामान्य स्तर 228.2 मिमी से यह सात प्रतिशत कम है. राष्ट्रीय राजधानी में मानसून के मौसम की शुरुआत यानी एक जून से अब तक 531.9 मिमी बारिश हुई है जो कि इस अवधि में बारिश के सामान्य स्तर 504.3 मिमी से ज्यादा है.

वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह थोड़ा बढ़ा और नदी अब चेतावनी के निशान के करीब बह रही है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि कहा कि बुधवार शाम छह बजे पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 203.68 मीटर दर्ज किया गया था जो बृहस्पतिवार सुबह बढ़कर 203.77 हो गया.

दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश, उमस भरी गर्मी से मिली राहत - हिंदी समाचार: HS  News

अधिकारी ने कहा कि अगर हरियाणा में यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड बैराज से नदी में बड़ी मात्रा में, कम से कम दो लाख क्यूसेक पानी नहीं छोड़ा जाता है तो यह चेतावनी के निशान, 204.50 मीटर के नीचे ही बहती रहेगी. हथिनीकुंड बैराज से सुबह आठ बजे 18,111 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा जा रहा था।

उन्होंने बताया बुधवार को देपहर दो बजे प्रवाह दर 24,994 थि, जो पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा रही एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकेंड के बराबर होता है. सोमवार को नदी का जलस्तर 204.38 मीटर तक पहुंच गया था जो कि खतरे के निशान, 205.33 मीटर से सिर्फ एक मीटर कम था. बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में सामान्य तौर पर 36-48 घंटे का समय लगता है. इस बैराज से ही दिल्ली को पेयजल मुहैया होता है.

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