दिल्ली मेट्रो के साथ लखनऊ मेट्रो ने भी आज से पकड़ी रफ्तार रखे इन बातों का खास ख्याल
देश में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर जारी है. इस बीच, कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने अनलॉक 4.0 की गाइडलाइंस जारी कर दी थीं. इसके बाद दिल्ली और लखनऊ मेट्रो समेत देश की अधिकांश मेट्रो सेवाएं सोमवार यानी 7 सितंबर से बहाल हो जाएंगी.
अगर दिल्ली मेट्रो की बात करें तो पांच महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद एक बार फिर यह तीन चरणों में बहाल होने का तैयार है. हालांकि दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने लोगों से अपील की है कि वह तत्काल आवश्यकता होने की सूरत में ही सेवा का उपयोग करें.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि कंनटेनमेंट जोन में स्थित स्टेशन बंद रहेंगे. जबकि इससे पहले भी आगाह किया था कि यदि यात्री सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो कुछ स्टेशनों पर ट्रेनों को नहीं रोका जा सकता है.
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली मेट्रो की सेवा सात से 12 सितंबर के बीच तीन चरणों में चरणबद्ध तरीके से बहाल होगी. दिल्ली के समयपुर बादली को गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर से जोड़ने वाली येलो लाइन और रेपिड मेट्रो सबसे पहले सात सितंबर को चालू होगी. पहले चरण में ट्रेनें सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम में चार बजे से रात आठ बजे तक चलेंगी.
डीएमआरसी ने रविवार को जारी बयान में कहा कि महामारी के कारण दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवाएं 22 मार्च से बंद हैं. अब 169 दिनों के अंतराल के बाद सेवाएं बहाल होंगी. बयान में कहा गया इस सोमवार और मंगलवार को केवल येलो लाइन पर संचालन बहाल किया जाएगा.
सुबह चार घंटे (7-11 बजे) और शाम को चार घंटे (4-8 बजे) की अवधि में ये सेवा उपलब्ध रहेगी. जबकि 49 किलोमीटर लंबे इस रूट पर 37 स्टेशन हैं. डीएमआरसी ने कहा कि 57 ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी जोकि लगभग 462 फेरे लगाएंगी. आगे 9-12 सिंतबर के बीच अन्य लाइनों पर चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा.
इस दौरान मेट्रो परिसर में वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा. जबकि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के साथ ही सभी को मास्क पहनना होगा और लगातार हाथों को सेनेटाइज करना होगा. मेट्रो ने इसके लिए स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग-सह-सैनिटाइजर डिस्पेंसर और फुट पेडल संचालित लिफ्टों को लगाया है.
अधिकारियों ने बताया कि 45 स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर, स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग सह सैनिटाइजर डिस्पेंसर लगाये गए हैं. यह सुविधा 17 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होगी, जिसमें येलो लाइन के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय स्टेशन शामिल हैं.
वहीं, कोविड-19 सुरक्षा मानकों के अनुसार किसी भी स्टेशन पर लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन यात्रियों को जाने की अनुमति होगी. ट्रेनों के ठहराव की अवधि अब अधिक होगी. इसे प्रत्येक स्टेशन पर 10-15 सेकंड से बढ़ाकर 20-25 सेकंड किया जायेगा और ‘इंटरचेंज’ सुविधा की अवधि को 35-40 सेकंड से बढ़ाकर 55-60 सेकंड किया जायेगा.
मेट्रो के अंदर बैठने के लिए भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के तहत एक सीट छोडकर यात्रियों को बैठना होगा और डिब्बे में खडे होकर यात्रा करने के दौरान भी दूरी बरकरार रखनी होगी.इसके लिए सीटों पर स्टिकर भी लगाए गए हैं.