रिषभ पंत ने खुद की तुलना MS धौनी के साथ करके अपने क्रिकेट करियर को कर रहे बर्बाद
MS Dhoni ने भारतीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है और उनकी जगह भरना टीम इंडिया के लिए आसान नहीं होगा। हालांकि धौनी के रिटायरमेंट से पहले ही टीम इंडिया ने उनका विकल्प खोजना शुरू कर दिया था और जो पहला नाम सबसे पहले आया था वो रिषभ पंत का था। पंत को माही का उत्तराधिकारी माना जाने लगा और उन्हें काफी मौके भी मिले, लेकिन वो अपना काम सही तरीके से करने में नाकाम रहे।
रिषभ पंत के खराब प्रदर्शन की वजह से और न्यूजीलैंड दौरे पर उनके इंजर्ड हो जाने के बाद केएल राहुल को मौका मिला। इसके बाद उन्होंने खुद को साबित करके फिलहाल टीम इंडिया के वनडे और टी20 टीम के विकेटकीपर का ओहदा अपने नाम कर लिया है। इस समय केएल राहुल टीम इंडिया के लिए विकेटकीपर की भूमिका सिमित ओवर के प्रारूप में निभा रहे हैं और रिषभ पंत के लिए टीम में जगह बना पाना जरा मुश्किल लग रहा है।
रिषभ पंत को लेकर टीम इंडिया के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का कहना है कि उनके खेल में जो गिरावट आई है उसके पीछे की वजह ये है कि वो अपनी तुलना MS Dhoni से करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि रिषभ पंत धौनी को अपना आइडियल मानते हैं और वो ना सिर्फ उनके साथ अपनी तुलना करते हैं बल्कि उन्हें कॉपी करने की भी कोशिश कर रहे हैं और इसकी वजह से ही उनके प्रदर्शन के स्तर में गिरावट आई है।
प्रसाद ने एक इंटरव्यू में कहा कि धौनी के रिटायरमेंट से पहले जब टीम को एक और विकेटकीपर तैयार करना था तो रिषभ पंत को इसके लिए सबसे बेहतर विकल्प समझा गया था। अब माही ने संन्यास ले लिया है और टीम इंडिया के विकेटकीपर के तौर पर रिषभ पंत, केेएल राहुल, संजू सैमसन के बीच प्रतिस्पर्धा है। रिषभ पंत ने साल 2018 में इंग्लैंड में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जल्दी ही वह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए।
प्रसाद ने पंत की इस बेहतरीन उपलब्धि के बारे में बात करते हुए कहा कि वो शानदार प्रतिभा वाले खिलाड़ी हैं, लेकिन धौनी से खुद की तुलना करने की वजह से बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का खेल प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब मैं टीम के साथ जुड़ा हुआ था तब पंत को समझाया था कि वो खुद की तुलना एम एस से ना करें क्योंकि वो अलग तरह के खिलाड़ी हैं और धौनी का अपना स्टाइल है। उन्होंने कहा कि रिषभ को धौनी की परछाई से निकलने की जरूरत है। उन्हें अपनी तुलना धौनी के साथ करने के बजाए अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।