दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दिल्ली पुलिस की मदद से प्री-पेड ऑटो सेवा की शुरू
कोरोना वायरस के चलते पिछले पांच महीने से अधिक समय से बंद पड़ी एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन शनिवार से दोबारा शुरू हो गई. इसकी जानकारी दिल्ली मेट्रो ने दी है.
आज सुबह से ही इस लाइन पर मेट्रो सेवा बहाल हो गई है. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो के सभी रूट्स पर आज से सेवाएं बहाल हो गई हैं. वहीं, इससे यात्रियों के बीच खुशी की लहर है. अब यात्री दिल्ली-एनसीआर में आसानी से सफर कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें बसों में धक्के खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दिल्ली पुलिस की मदद से प्री-पेड ऑटो सेवा शुरू की है. DMRC ने शिवाजी स्टेडियम से प्री-पेड ऑटो सेवा शुरू की है. अब दिल्ली मेट्रो एयरपोर्ट लाइन के यात्री आज से शिवाजी स्टेडियम में प्री-पेड ऑटो सेवा का लाभ उठा सकते हैं. वहीं, सभी लाइनों पर सुबह 6 बजे से 11 बजे तक सेवा उपलब्ध रहेगी.
With the resumption of service on Airport Express Line today, all lines of Delhi Metro network are now open. Service will be available from 6 am to 11 PM on all lines: Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) pic.twitter.com/Y2KyaQuYOj
— ANI (@ANI) September 12, 2020
बता दें कि इससे पहले 10 अप्रैलल को 171 दिन तक बंद रही बहादुरगढ़-दिल्ली मेट्रो रेल सेवा को दोबारा शुरू कर दिया गया था. बहादुरगढ़ से इन्द्रलोक और कीर्ति नगर तक जाने वाली मेट्रो लाईन ग्रीन लाईन मैट्रो का हिस्सा है. गुरुवार सुबह 7 बजे से ग्रीन लाइन पर पहली मेट्रो चली. इस बार मैट्रो में सफर करने वालों का कुछ खास एहतियात भी बरतने का आह्वाहन मेट्रो के अधिकारियों की ओर से किया गया है.
In coordination with Delhi Police, DMRC starts Pre-paid Auto Service at Shivaji Stadium. Passengers of Delhi Metro Airport Line can avail Pre-paid Auto Service at Shivaji Stadium from today: Delhi Metro Rail Corporation (DMRC) pic.twitter.com/nt0NNYvb6P
— ANI (@ANI) September 12, 2020
मेट्रो में सफर करने के लिए कैश में भुगतान पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. यानी टोकन के जरिये सफर बिल्कुल बन्द रहेगा. सिर्फ कार्ड धारक ही कैशलैस भुगतान से मैट्रो में सफर कर पाएंगे. एस्केलेटर के जरिए मेट्रो स्टेशन के अंदर या बाहर जाने के लिए यात्रियों को खास ध्यान रखना है. दो सीढि़यां छोड़कर एक सीढ़ी पर खड़ा होना है. लिफ्ट में भी एक वक्त में सिर्फ 3 यात्रियों को मंजूरी दी गई है. स्टेशन पर एक मीटर के दायरे में लाईने खींच दी गई है. कुछ ऐसा ही मेट्रो के अंदर भी किया गया है.