पूर्व नौसैनिक मदन शर्मा ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करी
मुंबई में कथित शिवसैनिकों की गुंडागर्दी का शिकार हुए पूर्व नौसैनिक मदन शर्मा ने कहा कि इससे पहले कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था और बिगड़े यहां राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए. मदन शर्मा ने खुद पर हुए हमले के मामले में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उद्धव ठाकरे जी से कानून व्यवस्था नहीं संभल रहा तो वो इस्तीफा दे दें.
मदन शर्मा ने कहा कि मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से अपील करता हूं कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था और बिगड़े इससे पहले राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाये.
मदन शर्मा ने कहा जो व्यवहार मेरे साथ किया गया वो बहुत दुख भरा है. मेरी उम्र देखकर उन्हें पीछे हट जाना चाहिये था. ये उनके संस्कार दिखाता है. थोड़े से पैसे के लिये किसी से ऐसा काम नहीं कराना चाहिये. उन्होंने आगे कहा कि यंग जनरेशन को बोल रहा हूं कि जो तुम्हें यहां लाया है उससे कहो हमें रोज़गार दे, ये काम न कराए.
मदन शर्मा ने कहा कि हमला करने वाले शिवसेना पार्टी के लोग थे वो जनता के प्रतिनिधि ऐसा नहीं करते. उन्होंने कहा कि मुंबई में 45 साल हो गए, मुंबई हमारी है हम मुंबईकर हैं.. हमे किसी बात का डर नहीं है लेकिन ये चीज़े सुधरनी चाहिये. उन्होंने कहा कि मुझे बस परिवार की सेफ्टी को लेकर चिंता है, मेरे परिवार को कुछ भी होता है तो मैं उद्धव ठाकरे को ज़िम्मेदार ठहराऊंगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हुई बातचीत को लेकर मदन शर्मा ने कहा कि उन्होंने मेरे साथ हुए हादसे की निंदा की और दुख जताया. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने उनसे हर संभव मदद की बात कही है और कहा है कि आप चिंता न करें मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बात करूंगा.मदन शर्मा ने कहा कि 1 साल पहले मुंबई ऐसी नहीं थी, जैसी अभी है. मैंने 45 साल में मुंबई को ऐसा नहीं देखा. पुलिस और मिलिट्री वाले कसम खाते हैं कि उनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं होता. मैं सिर्फ एक सैनिक हूं.
पूर्व नौसैनिक ने कहा कि डर मुझे उस दिन भी नहीं लगा था. जिन लोगों ने ये किया, उन्हें छोड़ दिया गया ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. ये दर्शाता है कि यहां कानून व्यवस्था कितनी खराब है. मुंबई को पूरे भारत से आये लोगों ने अपने खून पसीने से सींचा है. उनके बेट सनी ने भी न्याय की मांग की है.