तमिलनाडु : NEET के परीक्षार्थियों ने की खुदकुशी अखिलेश ने कहा अब बीजेपी बताए इनका जिम्मेदार कौन
तमिलनाडु में राष्ट्रीय प्रवेश सह अर्हता परीक्षा से एक दिन पहले शनिवार को तीन उम्मीदवारों ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली जिसके बाद राजनीतिक पार्टियों ने नीट परीक्षा को खत्म करने की मांग की. इन आत्महत्याओं से राज्य में नीट एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गया है और सभी राजनीतिक पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं. आत्महत्या करने वालों की उम्र 19 से 21 साल के बीच है और ये घटनाएं मदुरै, धर्मपुरी तथा नमक्कल जिले में हुई हैं.
राज्य की द्रमुक नीत विपक्षी पार्टियों ने भाजपा नीत केंद्र सरकार की नीट परीक्षा को लेकर आलोचना की . यहां तक कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने भी नीट परीक्षा का विरोध किया और युवाओं की मौत पर दुख व्यक्त किया.
वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने इन मौतों को हत्या करार देते हुए बीजेपी से सवाल किया कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों का नाम बताएं. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके नीट परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि मोदी जी इन JEE-NEET अभ्यार्थियों और छात्रों के लिए भी उसी तरह चिंतित होते, जैसा वह अपने पूंजीवादी दोस्तों के लिए रखते हैं.
My best wishes to the students appearing for NEET exam and my sympathies to those who couldn’t take it due to the Covid pandemic and floods.
Wish Modi ji was as concerned about JEE-NEET aspirants & students as he is about his crony capitalist friends.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 13, 2020
बता दें कि मदुरै में 19 वर्षीय एक किशोरी और धर्मपुरी में 20 वर्षीय एक युवक अपने घरों में लटके हुए मिले. इस घटना से राज्य के लोग सदमे में हैं जहां पिछले तीन साल में इस प्रकार की कई घटनाएं सामने आई हैं. उल्लेखनीय है कि अरियालुर की रहने वाली दलित लड़की पहली थी जिसने वर्ष 2017 में नीट परीक्षा में असफल होने के बाद आत्महत्या कर ली थी जबकि 12वीं की परीक्षा में उसने बेहतर अंक प्राप्त किए थे. इसके बाद से राज्य की राजनीतिक पार्टियां केंद्र से परीक्षा रद्द करने की मांग कर रही हैं.
मदुरै और धर्मपुरी के जिला और पुलिस अधिकारियों के अनुसार शनिवार को जोतिश्री दुर्गा और एम आदित्य ने कथित तौर पर फांसी से लटक कर आत्महत्या कर ली. इसी प्रकार नमक्कल जिले के तरुचेनगोडे के रहने वाले 21 वर्षीय मोतीलाल ने भी कथित रूप से घर में फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी. इससे पहले उसने दो बार नीट परीक्षा दी थी. पुलिस ने कहा कि दुर्गा एक पुलिस उप निरीक्षक की बेटी थी और उसने कथित सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें लिखा है कि वह नीट में खराब प्रदर्शन के डर से आत्महत्या कर रही है जबकि दूसरे लोगों को उससे बहुत उम्मीदें हैं. वहीं दूसरी तरफ, आदित्य ने पिछले साल नीट परीक्षा दी थी लेकिन उत्तीर्ण नहीं कर पाया था और तभी से वह तैयारी में लगा था.
NEET की परीक्षा से पहले कल मदुरै की एक परीक्षार्थी द्वारा आत्महत्या की ख़बर से देश का हर बाल-बच्चे वाला परिवार स्तब्ध है. श्रद्धांजलि!
हृदयहीन भाजपा बताए इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है. ये हत्या है.
इसके साथ ही ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ के नारे की भी हत्या हुई है. #NEET#NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 13, 2020
धर्मपुरी के जिलाधिकारी एस मलारविझी ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए कहा कि आदित्य अपने घर में शाम को लटका हुआ पाया गया.आदित्य के माता-पिता नीट परीक्षा केंद्र देखने सलेम गए हुए थे जहां रविवार को उनके बेटे को परीक्षा देने जाना था. मलारविझी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘लेकिन जब वे घर लौटे तो उन्होंने अपने बेटे को पंखे से लटका हुआ पाया. उन्होंने कहा कि आदित्य पढ़ने में अच्छा था.’ इससे कुछ दिन पहले अरियालुर में एक अन्य परीक्षार्थी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.