बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत कुछ दिन मुंबई में बिताने के बाद अब चली मनाली की ओर
एक्ट्रेस कंगना रनौत लगभग 5 दिन मुंबई में बिताने के बाद आज मनाली के लिए रवाना हो गई हैं. उनके साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल और उनका एक सहयोगी भी साथ रहा हैं. मुंबई से निकलने से पहले उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी से मुलाकात की. उन्होंने राज्यपाल से बीएमसी विवाद में न्याय दिलाने की अपील की. उन्होंने मुंबई से जाने के दौरान कहा कि वह मुंबई से जाने पर उन्हें दुख हो रहा है. इस दौरान उन्हें आतंकित किया गया.
कंगना रनौत ने ट्वीट पर लिखा भारी दिल के साथ मुंबई से जा रही हूं, जिस तरह से मैं इन दिनों लगातार आतंकित थी और मेरे काम की जगह के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिश में लगातार हमले और गालियाँ पड़ीं, मेरे चारों ओर घातक हथियारों के साथ सतर्क सुरक्षा, कहना होगा कि यह पीओके के बराबर ही था इसी के साथ कंगना ने महाराष्ट्र सरकार पर लोकतंत्र के चीरहरण का भी आरोप लगाया.
उन्होंने ट्वीट में लिखा जब रक्षक ही भक्षक होने का एलान कर रहे हैं धड़ियाल बन लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं, मुझे कमज़ोर समझ कर, बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं! एक महिला को डरा कर उसे नीचा दिखाकर, अपनी इमेज को धूल कर रहे हैं कंगना रनौत मुंबई से निकल गई हैं. वह अपनी बहन रंगोली चंदेल और एक सहयोगी के साथ 9 सितंबर को मुंबई आईं थीं. उन्होंने शिवसेना नेता संजय राउत को मुंबई आने की चुनौतीदी थी.
इससे पहले संजय राउत ने उन्हें मुंबई नहीं आने की धमकी दी थी. लेकिन कंगना ने उनकी धमकी का जवाब देने के लिए मुंबई आने की चुनौती दी थी. इस बीच कंगना रनौत की गैरमौजूदगी में बीएमसी ने उनके ऑफिस में हुए कथित अवैध निर्माण को गिरा दिया था. बीएमसी ने कंगना को मुंबई पहुंचने पर होम क्वारंटीन के नियमों छूट दी थी. कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए मुंबई में नियम है कि बाहर से आने वाले प्रत्येक शख्स को 14 दिनों के लिए क्वांरटीन में रहना होता है.
एक अधिकारी ने बताया था कि बीएमसी ने कंगना को 14 दिनों के होम क्वारंटीन के नियमों से छूट दी है. राज्य से बाहर से आने वाले लोगों को नियमानुसार होम क्वारंटीन में रहना होता है. कंगना रनौत ने होम क्वांरटीन के नियम से छूट की मांग करते हुए ऑनलाइन आवेदन किया था क्योंकि वह मुंबई में एक छोटी जर्नी पर आई हैं. बीएमसी ने अधिकारी ने बताया कि कंगना यहा एक हफ्ते से भी कम वक्त के लिए रहने आईं थी. इसलिए उन्हें अल्पकालिक आगंतुक की श्रेणी के तहत छूट दी गई है.