आज से शुरू हो रहा संसद का मानसून सत्र जाने प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा
आज से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद पहुंचकर कहा कि देश के जवान सीमा की रक्षा के लिए तैनात हैं और पूरा देश इन जवानों के साथ खड़ा है. चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये बयान बेहद अहम है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वीर जवान बड़ी हिम्मत, जज्बे और बुलंद हौसले के साथ दुर्गम पहाड़ियों में डटे हुए हैं, कुछ समय बाद वर्षा भी शुरू होगी और परिस्थितियां और कठिन होंगी. जिस विश्वास के साथ देश के रक्षक मातृभूमि की रक्षा के लिए डटे हुए हैं, उनके लिए एक भाव, एक संकल्प, एक उद्देश्य से ये सदन और सदन के सदस्य एक स्वर से खड़े होंगे, ऐसा मेरा विश्वास है. सभी माननीय सदस्य इसके लिए एकजुट होकर हमारा साथ देंगे, ये भरोसा है.
ऐसे समय में जब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर पूरे देश में आक्रोश है, पीएम मोदी ने इस संबंध में बात करके संकेत दे दिया है कि चीन के खिलाफ देश के वीर जवानों के साथ पूरा सदन, पूरा राष्ट्र खड़ा है. उनके कहने का एक अर्थ ये भी हो सकता है कि इस बारे में सदन में विरोध की बजाए एकत्रता प्रदर्शित की जानी चाहिए.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि इस कोरोना काल में पहले की तरह से सब जगह जाना मुमकिन नहीं होगा, इस मुश्किल समय में आप लोग अपना ख्याल रखते हुए जिम्मेदारियों का निर्वाह करेंगे. मीडियाकर्मियों के लिए भी उन्होंने कहा कि खबर तो आप लोगों को मिल ही जाएगी लेकिन आप लोग खबरदार भी रहेंगे और इस कोरोना संकट में अपना व दूसरों का ध्यान रखेंगे.
पीएम मोदी ने कोरोनाकाल में संसद सत्र के चलने के बारे में कहा कि ये विशेष परिस्थितियों में आयोजित किया जा रहा है. कोरोना से बनी जो परिस्थिति है उसमें जिन सतर्कताओं के विषय में सूचित किया गया है, उनका पालन हम सबको करना ही करना है. उन्होंने साफ कहा कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं, इसका पूरा ध्यान रखना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि संसद का सत्र मुश्किल परिस्थितियों में शुरू हो रहा है. यहां कोरोना है और कर्तव्य भी है, सांसदों ने कर्तव्य का चुनाव किया है, मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हू और अपना आभार प्रकट करता हूं. इस बार लोकसभा-राज्यसभा अलग-अलग समय पर चलेंगी और शनिवार-रविवार को भी कार्य करेंगी. सभी सांसदों ने इस बात को स्वीकार किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि कोरोना की वैक्सीन जल्द से जल्द आए और चाहे दुनिया के किसी भी कोने से वैक्सीन विकसित हो. हमारे वैज्ञानिक सफल हों और सबको इस समस्या से बाहर निकालें.