बिहार विधानसभा चुनाव आने से पहले ही ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है. मूलभूत समस्याओं को लेकर अब ग्रामीण वोट बहिष्कार का निर्णय ले रहे हैं. ताजा मामला जिले के कुदरा प्रखंड के मेउड़ा गांव का है, जहां ग्रामीण विकास नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण गांव के विकास नहीं होने की बात बता रहे हैं.
ग्रामीण बताते हैं कि हमारे गांव के मुख्य रास्ते पर नाले का गंदा पानी पिछले कई साल से लगा हुआ है. कई बार जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारियों तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. पीएचइडी की ओर से पानी का टंकी 3 साल पहले बनाया गया, लेकिन गांव वालों को पानी नहीं मिल रहा है. हमारी समस्याओं को कोई सुनने को तैयार नहीं है. ऐसे में हम लोग आखिर किसे और क्यों वोट दें?
इस संबंध में जब मोहनिया के बीजेपी विधायक निरंजन राम पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने मेउड़ा गांव में सड़क निर्माण कराया है. गांव के मुख्य रास्ते पर नाले का गंदा पानी जमने की भी जानकारी मुझे है. मैंने वहां के स्थानीय मुखिया से यथाशीघ्र नाली बनाकर जल निकासी की व्यवस्था कराने की बात कही है. मुखिया अगर अपने फंड से नाला निर्माण करा देते हैं तो ठीक है. नहीं तो मैं जीत तो फिर वहां पर बड़ा नाला बनाउंगा. अपने इस कार्यकाल में भी मैंने काफी विकास किया है.