Google Pay ने शुरू की नई सर्विस, यूजर्स को कार्ड से पेमेंट में हो जाएगी आसानी
Google की तरफ से सोमवार को यूजर्स की सुविधा के लिए NFC बेस्ड टोकनाइजेशन सर्विस शुरू करने का ऐलान कर दिया गया है। कंपनी ने इस सर्विस को अपने सभी प्लेटफॉर्म पर रोलआउट कर दिया है। Google Pay टोकनाइजेशन सर्विस के लिए Visa और बैंकिंग पार्टनर के साथ मिलकर काम कर रहा है।
नई सर्विस से होगी काफी सुविधा
अगर साधारण शब्दों में कहें, तो Google Pay यूजर्स अब बिना स्वैप करके अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर पाएंगे। यूजर्स को अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स को फिजिकली शेयर नहीं करना होगा। कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर अटैच्ड सुरक्षित डिजिटल टोकन के जरिए पेमेंट किया जा सकेगा। कोरोना के दौर में Google Pay की यह सर्विस यूजर्स के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है। इसके अलावा Google Pay यूजर्स टैप टू पे (Tap-to-pay) फीचर का इस्तेमाल करके नियर फील्ड कम्यूनिकेशन (NFC) इनेबल्ड प्वाइंट ऑफ सेल्स (POS) टर्मिनल पर पेमेंट कर पाएंगे। साथ ही ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा होगी।
कौन इस सर्विस का कर पाएगा इस्तेमाल
Google का नया पेमेंट फीचर मौजूदा वक्त में केवल Axis और SBI कार्ड होल्डर के लिए उपलब्ध रहेगा। हालांकि जल्द ही Google Pay का नया फीचर देश के बाकी बैंकों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
कैसे कर पाएंगे इस्तेमाल
Google की सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को स्मार्टफोन पर टैप एंड पे फीचर को इनेबल करना होगा। इसके लिए यूजर्स को अपनी कार्ड डिटेल्स डालकर वन टाइम सेटअप करना होगा. यूजर्स को Google ऐप पर कार्ड एड करने के लिए बैंक की ओर से ओटीपी आएगा। इस तरह रजिस्ट्रेशन के बाद फीचर को NFC इनेबल्ड टर्मिनल्स पर पेमेंट करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऑफलाइन मोड में भी उपलब्ध होगी यह सर्विस
Google Pay बिजनेस हेड Sajith Sivanandan ने कहा कि हमें उम्मीद है कि टोकनाइजेशन फीचर यूजर्स को सुरक्षित लेनदेन करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। साथ ही इस सर्विस का विस्तार ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन में भी किया जाएगा। वैसे मौजूदा वक्त में यह फीचर केवल ऑनलाइन पेमेंट के लिए उपलब्ध है। कंपनी की मानें, तो स्मार्टफोन के टैप एंड पे फीचर में यूजर्स को एक बार अपने कार्ड की डिटेल रजिस्टर्ड करना होगी। इसके बाद ओटीपी के जरिए पेमेंट हो जाएगा। कंपनी के मुताबिक इससे बैंक फ्रॉड पर भी कुछ हद तक रोक लगाई जा सकेगी।