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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा-बिडेन की जीते तो होगी चीन की जीत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर तीन नवंबर के चुनाव में डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बिडेन जीते तो यह चीन की जीत होगी। बिडेन ने एक राजनीतिज्ञ के रूप में पिछले पांच दशक में अमेरिका की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया है। बिडेन को अब रिटायर कर देने का वक्त आ गया है।

ओहायो की एक रैली में ट्रंप ने कहा, ‘बिडेन ने पिछले 47 वर्षो में आपकी नौकरियां चीन और दूसरे देशों को भेजीं। आपको यह पता है। मैं पिछले चार साल में नौकरियां वापस लेकर आया हूं।’ उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि तीन नवंबर को अमेरिकी मतदाता यह फैसला करेंगे कि देश को समृद्धि को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है या फिर बिडेन-स्लीपी (नींद में रहने वाले) बिडेन को हमारी अर्थव्यवस्था को ठप कर देने की इजाजत देंगे। क्या आप बिडेन को टैक्स में चार ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी करने, ओहायो के कोयला-तेल-प्राकृतिक गैस को नष्ट करने और फैक्टि्रयों में आपकी नौकरियों को चीन और दूसरे देशों में ले जाने की अनुमति देंगे?

ट्रंप ने कहा, ‘सरल शब्दों में कहें तो यदि बिडेन जीतते हैं तो समझिए चीन जीत गया। यदि हम जीतते हैं तो यह ओहायो और अमेरिका की जीत होगी। आखिरकार आपके पास एक ऐसा राष्ट्रपति है जो अमेरिका को पहले रखता है और मैं अमेरिका को पहले रखता हूं।’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना संक्रमण के खतरे के बावजूद पिछले दो हफ्ते में कई चुनावी रैलियां की है। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग आए, लेकिन मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया। ट्रंप ने इन रैलियों को मूर्खता के खिलाफ प्रदर्शन बताया।

ट्रंप ने कहा कि बिडेन के पास 47 साल का राजनीतिक अनुभव है। वे अनुभवी हैं, लेकिन उन्होंने आपको धोखा दिया। आपसे झूठ बोला। आपको अपमानित किया। इसलिए अब बिडेन को रिटायर करने का वक्त आ गया है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि उपराष्ट्रपति के तौर पर बिडेन ने चीन के खिलाफ कुछ नहीं किया, जबकि चीन हमारी बौद्धिक संपदा चुराता रहा, हमारे बाजार में अपना माल डंप करता रहा, अपने उद्योगों को गैरकानूनी सब्सिडी देता रहा और अपने फायदे के लिए वह अपनी मुद्रा में भी खेल करता रहा। चीन मनमानी करता रहा और बिडेन मूकदर्शक बने रहे।

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नवलनी पर बोलने से बचे ट्रंप

ट्रंप रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को कथित रूप से जहर दिए जाने के मामले में बोलने से बच रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हम इस बारे में फिर कभी बात करेंगे।’ अमेरिकी राष्ट्रपति से यह पूछा गया था कि उनके विचार से रूस में नवलनी को जहर किसने दिया होगा।

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