लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजैक्ट जेपी सेंटर को बेचने का प्रस्ताव शासन को भेजा
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजैक्ट जेपी सेंटर को बेचने की तैयारी हो चुकी है. जेपी सेन्टर बेचने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेजा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 1642.83 करोड़ रुपए इसकी कीमत भी तय कर दी गई है. बता दें सूबे में समाजवादी सरकार के दौरान इस जेपी सेंटर का निर्माण किया गया था. अब तक इसके निर्माण पर प्रदेश सरकार की तरफ से 881.36 करोड़ खर्च हो चुके हैं. इस जेपी सेन्टर में गेस्ट हाउस, डॉरमेट्री, हेल्थ सेन्टर, रेस्टोरेंट, स्विमिंग पूल और हेलिपैड भी है. इसमें 2000 लोगों की क्षमता का हॉल है, वहीं 1000 क्षमता वाला ऑडिटोरियम है.
बता दें कि 2012 से 2017 के बीच जेपी सेंटर का निर्माण किया गया था. 881.36 करोड़ रुपये खर्च होने बाद अब इसे पूरा करने के लिए और 130.60 करोड़ रुपये की जरूरत है साथ ही आपको यह भी बता दें कि जेपी सेन्टर के गेस्ट हाउस में 103 लग्जरी कमरे, 7 सूट, हेल्थ सेन्टर, रेस्टोरेंट, 7 फुट बाहर लटकता स्विमिंग पूल और हेलीपैड है. इसके अलावा कन्वेंशन ब्लॉक में 2000 लोगों के बैठने की क्षमता का हॉल है.
साथ ही 1000 लोगों के बैठने की क्षमता का ऑडिटोरियम है. इनके अलावा भी कई बड़े सेमिनार हाल हैं. सेंटर में एक ओलिंपिक साइज का स्विमिंग पूल, लॉन टेनिस कोर्ट, स्क्वाश कोर्ट भी शामिल हैं. इन सबके अलावा 1000 वाहनों की मल्टी लेवल पार्किंग है. साथ ही सेंटर में बने म्यूजियम ब्लॉक में जय प्रकाश नारायण से जुड़ी चीजें रखी गई हैं. सेंटर का निर्माण कुल 75 हजार से ज्यादा वर्गमीटर में किया गया है.
योगी सरकार अब अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट को बेचने की तैयारी कर रही है. जेपी सेंटर को बेचने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है. एलडीए ने जेपी सेंटर की कीमत 1642.83 करोड़ रुपये आंकी है.