LIVE TVMain Slideदेशप्रदेश

कृषि बिल को लेकर जोरदार प्रदर्शन बाराबंकी-लखनऊ अयोध्या हाइवे जाम

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बीते मानसून सत्र में पास कराए गए 3 कृषि अध्यादेशों के विरोध में आज किसान आंदोलनरत हैं. पंजाब और हरियाणा में पहले ही रेल रोको आंदोलन चल रहा है. वहीं उत्तर प्रदेश में भी किसान सड़कों पर उतर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन को उतरे.

सैकड़ों की संख्या में किसानों ने अयोध्या-लखनऊ हाइवे जाम कर दिया. इस दौरान किसान आन्दोलन में राहगीरों का लम्बा जाम लग गया. हाइवे के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गईं. किसानों के हंगामे को लेकर प्रशासन के हाथ-पांव फूले. बता दें कई महीनों से किसान अपनी समस्याओं को लेकर प्रशासन को चेतावनी दे रहे थे.

कृषि बिल के खिलाफ UP में किसानों का हल्लाबोल, बाराबंकी में जोरदार प्रदर्शन,  नेशनल हाइवे जाम कर आगजनी | barabanki - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार  ...

प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने रोड पर जाम लगाया और आगजनी भी की. प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि केंद्र के कृषि बिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषि क्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा. किसानों ने कहा कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

कृषि बिल के खिलाफ UP में किसानों का हल्लाबोल, बाराबंकी में जोरदार प्रदर्शन,  नेशनल हाइवे जाम कर आगजनी | barabanki - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार  ...

किसान नेता आशू चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार आनन-फानन में जो ये कृषि अध्यादेश लेकर आई है, हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर ये अध्यादेश किसानों के हित में है, तो इसे लागू करने से पहले किसानों से बात की जाती. फिर सभी की सहमति के बाद इसे लागू किया जाता. आशू ने कहा कि इतने सालों से देश का किसान अपने किसान आयोग की मांग कर रहा है, लेकिन उसपर ध्यान न देकर इस अध्यादेश को लागू किया गया है.

Protest of Farm Bill in UP Bharat Bandh by Farmers in UP Political Parties  are supporting farmers burnt parali and blocked raods

आशू ने कहा कि किसानों का आरोप है कि केंद्र के इस बिल से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषि क्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा. किसानों ने कहा कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

Related Articles

Back to top button