शेयर बाजार से अच्छी खबर सेंसेक्स 450 अंक हुआ मजबूत निफ्टी में भी उछाल
बीते कारोबारी दिन यानी गुरुवार को बड़ी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में रिकवरी आ गई है. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सेंसेक्स 450 अंक से ज्यादा तेजी के साथ 37 हजार अंक के पार पहुंच गया. वहीं, निफ्टी की बात करें तो 150 अंक की बढ़त के साथ 10,950 अंक के स्तर पर है.
शुरुआती कारोबार में आईटी सेक्टर के शेयर टॉप गेनर की भूमिका में नजर आए. टीसीएस और एचसीएल के शेयर करीब 3 तीन फीसदी तक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. वहीं, इन्फोसिस में भी 2 फीसदी की रिकवरी आई है. इसके अलावा टेक महिंद्रा के शेयर करीब एक फीसदी मजबूत हो गए हैं.
शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख तथा अन्य एशियाई मुद्राओं में मजबूती के बीच शुक्रवार को रुपया शुरुआती कारोबार में 16 पैसे की बढ़त के साथ 73.73 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 73.76 प्रति डॉलर पर खुलने के बाद और मजबूत हुआ. यह पिछले बंद भाव की तुलना में 16 पैसे की बढ़त के साथ 73.73 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था. बृहस्पतिवार को रुपया 32 पैसे टूटकर करीब एक माह के निचले स्तर 73.89 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बाद और नीचे गया. अंत में यह 1,114.82 अंक या 2.96 प्रतिशत के नुकसान से 36,553.60 अंक पर बंद हुआ.
चार मई के बाद यह सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है. उस दिन सेंसेक्स 2,000 अंक से अधिक अंक टूटा था. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 326.30 अंक या 2.93 प्रतिशत टूटकर 10,805.55 अंक रह गया. पिछले छह कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 2,749.25 अंक नीचे आ चुका है. इस दौरान निफ्टी में 799 अंक की गिरावट आई है.
गुरुवार को बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.95 लाख करोड़ रुपये घटकर 1,48,76,217.22 करोड़ रुपये रह गया. बाजार में आई गिरावट से निवेशकों को 3.95 लाख करोड़ रुपये की पूंजी का नुकसान हुआ है. वहीं, बीते छह कारोबारी दिनों में निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ का झटका लगा है.
कमजोर वैश्विक रुख के बीच अमेरिका से चिंताजनक आंकड़ों की वजह से बाजारों में गिरावट आई है.इसके अलावा कोविड-19 संक्रमण फिर उबरने की चिंता से यूरो क्षेत्र के बाजार टूट गए. भारतीय बाजारों में टीसीएस और इन्फोसिस की अगुवाई में जबर्दस्त नुकसान रहा.