यूनाइटेड नेशन ने उठाया PAK में रहने वाले सिंधी लोगों के अपहरण का मसला
पाकिस्तान में सिंधी लोगों की हालत का मसला यूनाइटेड नेशन में उठा. विश्व सिंधी कांग्रेस के महासचिव लखू लुहाना ने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र परिषद से अनुरोध करते हैं कि सिंधी लोगों को पाकिस्तान एजेंसियों से बचाने के लिए अपनी जिम्मेदारी पूरी करें. अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पाकिस्तान सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस में लखू लुहाना ने कहा कि पाकिस्तान की एजेंसियों द्वारा सिंधी लोगों के लापता किए जाने का सिलसिला बेरोकटोक जारी है. पिछले 3 महीनों में 60 से अधिक सिंधी लोगों का अपहरण किया गया. वे इसे आतंक फैलाने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग कर रहे हैं.
इससे पहले लंदन स्थित संसद के सामने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सिंधी बलोच फोरम ने विरोध प्रदर्शन किया था. पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान में किए जा रहे शोषण के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने ब्रिटेन की संसद के बाहर नारे लगाए और बलूचिस्तान की जनता पर अत्याचारों से आजादी को लेकर गुहार लगाई.
इन प्रदर्शनकारियों ने उन परिवारों के प्रति अपना समर्थन जताया जो जबरन हटाए गए. प्रदर्शनकारियों के हाथों में बैनर था जिसपर पाकिस्तान विरोधी बातें लिखी थी और ये सब पाक की सेना के अत्याचारों से जुड़े नारे लगा रहे थे. प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने अपहृत बलूच नागरिकों के तुरंत रिहाई की मांग की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि हजारों निर्दोष बलूचों को गिरफ्तार कर लिया जाता है और बाद में वो गायब हो जाते हैं. इनमें से अधिकतर को हिरासत में मार दिया जाता है. प्रदर्शनकारियों ने हाल में ही हुए हयात बलोच की मर्डर की सख्त निंदा. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि कि बलूचिस्तान में जो हो रहा है उसपर गौर करें.