कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में सूबे में किसानों को गन्ने का समर्थन मूल्य, समय पर बीज व खाद, कृषि उपकरणों में सब्सिडी, फसलों का बीमा जैसी सुविधाएं दी जाती थीं, लेकिन अब त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार इसकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यह अनदेखी जारी रही तो कांग्रेस किसानों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी।
हरीश रावत ने यह बातें सोमवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन परिसर में कहीं। वह यहां प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित धरने को संबोधित कर रहे थे। धरने में किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में किसानों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। किसानों को प्रोत्साहित करने की योजनाएं केवल फाइलों में सिमटी हैं।
उन्होंने एलान किया कि कांग्रेस किसानों की मांगों को लेकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी। प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुशील राठी ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर कमेटी ने प्रदेश के हर जिले, शहर, ब्लॉक में प्रदर्शन का आयोजन किया, जिससे राज्य सरकार को जगाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज किसान कांग्रेस किसानों की समस्याओं को लेकर धरना और उपवास करेगी।
अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि संगठन देशभर में किसानों के हक और अधिकारों की बात को पुरजोर तरीके से उठा रहा है। संगठन की राज्य और केंद्र सरकार से मांग है कि किसानों के अब तक के सभी कर्ज माफ किए जाएं। गन्ना किसानों का तत्काल भुगतान किया जाए। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया।
इस मौके पर अखिल भारतीय किसान कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर और उत्तराखंड प्रभारी अजय चौधरी, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रभुलाल बहुगुणा, पूर्व विधायक राजकुमार, किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव सुधीर चौधरी, केपी सिंह, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता सोशल मीडिया मो. गुलफाम खान आदि मौजूद रहे।