अब बच्चे व बुजुर्ग भी कर सकते है कॉर्बेट पार्क का भ्रमण, एनटीसीए ने जारी की गाइडलाइन
अब बच्चे व बुजुर्ग भी कॉर्बेट पार्क का भ्रमण कर सकते है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने इसके लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। चार से अधिक पर्यटक होने पर अलग से अतिरिक्त जिप्सी की बुकिंग करनी होगी। कॉर्बेट पार्क में 15 अक्टूबर से बिजरानी, झिरना, ढेला, दुर्गादेवी पर्यटन जोन डे विजिट सफारी व नाइट स्टे करने को पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे। पहले बुजुर्ग व बच्चों के पार्क के भ्रमण पर पूरी तरह प्रतिबंध था।
65 साल से ऊपर तथा दस साल के नीचे के बच्चों को पार्क में लाने के लिए मनाही थी। ऐसे में पर्यटक बिना बच्चों के पार्क में आने से कतरा रहे थे। एनटीसीए ने पर्यटकों को राहत दे दी है। अब पर्यटक 65 साल से अधिक व दस साल से नीचे के बच्चे को भी कॉर्बेट पार्क के भ्रमण के लिए ला सकते है। हालाकि एनटीसीए के नियम के मुताबिक एक जिप्सी में चालक व गाइड के अलावा चार पर्यटक भ्रमण के लिए जा सकते है। एक ही परिवार के पाच या उससे अधिक लोग होने पर उन्हे दूसरी जिप्सी की बुकिंग सफारी के लिए करानी होगी। कॉर्बेट के पार्क वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि विभागीय बुकिंग वेबसाइट में 65 साल से अधिक व दस साल के नीचे के बच्चों को न आने की एडवाइजरी की है। फिर भी बच्चे या बुजुर्ग कॉर्बेट आना चाहते है तो मनाही नहीं है।
बच्चों के लिए नियम अव्यवहारिक रामनगर
सफारी के लिए नए नियम से जिप्सी मालिक असमंजस में है। कॉर्बेट जिप्सी कल्याण समिति के अध्यक्ष गिरीश धस्माना ने कहा कि एक जिप्सी में चार पर्यटक ही जा सकेंगे। यदि चार पर्यटकों के साथ पाच साल से ऊपर का बच्चा है तो उसके लिए जिप्सी की बुकिंग अलग से करनी होगी। केवल पाच साल से कम उम्र के बच्चे को काउट नहीं किया जाएगा। यह नियम व्यवहारिक नहीं है।