बड़ी खबर : एसटीएफ को मिली कोरोना गाइडलाइन्स के पालन करवाने की जिम्मेदारी
अभी तक माफियाओं और दूसरे शातिर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए मशहूर यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स को अब कोविड की गाइडलाइन का पालन करवाने की जिम्मेदारी मिल गई है. इसके अलावा टास्क फोर्स कोरोना महामारी के खतरे के प्रति भी लोगों को जागरूक करेगी. प्रयागराज पुलिस ने इस नई ज़िम्मेदारी को निभाने के लिए जिले में एसटीएफ की पचास से ज़्यादा टीमों का गठन किया है.
एसटीएफ की यह टीमें न सिर्फ जगह जगह चेकिंग और छापेमारी कर मास्क न पहनने वालों से जुर्माना वसूलेंगी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करेंगी. दुकानों -बाज़ारों और दूसरे सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की भीड़ नहीं जुटने देंगी, बल्कि साथ ही लोगों के बीच जाकर उन्हें कोरोना के खतरे के प्रति आगाह करेंगी. उन्हें जागरूक और ज़िम्मेदार बनाएंगी और आर्थिक तंगी की वजह से जिनके पास मास्क और सेनेटाइजर समेत बचाव और एहतियात की दूसरी सामाग्रियां नहीं हैं, उन्हें वह मुफ्त में मुहैया भी कराएंगी.
दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट इन दिनों यूपी में कोविड के हालात को लेकर काफी सख्त है. हाईकोर्ट प्रयागराज को मॉडल के तौर पर तैयार कर वहां कई तरह के प्रयोग करने की हिदायत देता है. इसी कड़ी में हाईकोर्ट ने पिछले दिनों पुलिस प्रशासन को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के नियम का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था.
हाईकोर्ट के इस आदेश पर प्रयागराज का सरकारी महकमा कुछ ज़्यादा ही सक्रिय हो गया. जिले के एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने हर थाना क्षेत्र में स्पेशल टास्क फ़ोर्स की टीम गठित कर दी है. शहरी इलाके के थानों में दो -दो टीमें रहेंगी, जबकि ग्रामीण इलाके में एक टीम. एसटीएफ की इन टीमों की अगुवाई सब इंस्पेक्टर रैंक का अफसर करेगा.
एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के मुताबिक़ कोरोना को लेकर यह बहुत गंभीर वक्त है. ऐसे वक्त में सजगता बेहद ज़रूरी है. लोग जागरूक हों और अपनी ज़िम्मेदारी निभाएं, इसलिए पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स गठित की गई है. यह न मानने वालों से जुर्माना वसूलेगी. उनके खिलाफ केस दर्ज करेगी. ज़रुरत पड़ने पर गिरफ्तारी करेगी और सख्ती बरतेगी. इसके साथ ही टीम दुकानों व बाज़ारों की भी निगरानी कर वहां भीड़ नहीं इकठ्ठा होने देगी.